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वाह रें नगर पंचायत नगरा के जिम्मेदारान : नगर वासियों को दुर्गन्ध झेलने को किये हुए है मजबूर, साफ सफाई व्यवस्था ध्वस्त




संतोष कुमार द्विवेदी 

नगरा, बलिया।। पूरे देश में स्वछता अभियान की धूम है। चाहे प्रधानमंत्री हो, मुख्यमंत्री हो, मंत्री हो या अधिकारी या चेयरमैन या ग्राम प्रधान सबने हाथों में झाड़ू पकड़ कर ऐसे स्वच्छता अभियान की शुरुआत किये जैसे अब देश प्रदेश नगर पंचायत या ग्राम पंचायतों से गंदगी समूल नष्ट कर दी जायेगी। लेकिन अभियान की शुरुआत के बाद वही ढाक के तीन पात, गंदगी का अम्बार आम लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है, लेकिन जिम्मेदार है कि आंख नाक कान को बंद करके कुम्भकर्णी निद्रा में सोये हुए है। आज हम बात कर रहे है नव सृजित नगर पंचायत नगरा की।

नगर पंचायत नगरा का गठन हुए तीन वर्ष से ऊपर हो गया। चार माह पूर्व महिला चेयरमैन भी मिल गई, बाबजूद इसके यहां कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था अब तक नहीं की गई है। नगर पंचायत के नगरा सिकंदरपुर मार्ग पर सड़क किनारे फेंके गए कूड़े से उठ रही दुर्गंध व जिम्मेदारों की चुप्पी से आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता पर विशेष बल दे रही है। इसके बावजूद बाजार की सड़कों को छोड़कर किसी भी गली मोहल्लों में साफ-सफाई नहीं की जा रही है।





                नगर पंचायत नगरा का गठन हुए तीन वर्ष से उपर हो गया। चार माह पूर्व हुए निकाय चुनाव के बाद यहां के चेयरमैन का पद भार महिला को सौप दिया गया लेकिन कूड़ा निस्तारण हेतु कोई ठोस उपाय नगर पंचायत द्वारा अभी तक नहीं किया जा सका। नगर पंचायत में प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े को तीन वर्षो से नगरा-सिकंदरपुर मार्ग पर सड़क के किनारे फेंक दिया जा रहा है। बारिश के दिनो मे इससे उठने वाली दुर्गंध से आस-पास रहने वाले लोग प्रभावित होते हैं। नगर पंचायत द्वारा कूड़ा के निस्तारण का कोई ठोस कदम अभी तक नहीं उठाया गया। नगर में स्वच्छता अभियान पूरी तरह फ्लॉप है। कहीं भी कूड़ा एकत्र करने के लिए डस्टबिन नहीं रखा गया है। लोग इधर उधर कूड़ा फेंक दे रहे हैं। इससे सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को पलीता लग रहा है। मुख्य मार्गों को छोड़कर किसी भी गली मोहल्ले में सफाई कर्मचारियों द्वारा साफ-सफाई नहीं किया जा रहा है। जिससे गलियां गंदगी से पटी पड़ी है।सड़क किनारे फेंके गए कूड़े को छुट्टा व आवारा पशुओं द्वारा अपना भोजन तलाशने की चक्कर में दूर-दूर तक फैला दिया जा रहा है। इससे सड़क पर आने जाने वालों को दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है।