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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की जिला स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक संपन्न




हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में जल निकासी, कचरा निस्तारण, स्रोत विनष्टीकरण आदि के कार्यों पर जोर देने के निर्देश


बलिया।।जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की जिला स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जनपद में संचारी व वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए विभागों द्वारा किए जा रहे  निरंतर प्रयासों की प्रगति की समीक्षा की और प्रदेश स्तर पर जिले की रैंकिंग की जानकारी ली।


जिलाधिकारी ने नगरा और मनियर ब्लॉक के एम‌ओआइसी के कार्य प्रगति कम पाए जाने के कारण वेतन रोकने और सोहांव ब्लॉक के नरही पीएचसी के एम‌ओआइसी को कार्य शिथिलता पाए जाने पर चेतावनी जारी की। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में बेहतर साफ सफाई, एंटी लार्वा का छिड़काव और फागिंग जैसे कार्यों में तेजी लाने के लिए नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया।साथ ही हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में जल निकासी, कचरा निस्तारण ,स्रोत विनष्टीकरण जैसे कार्यों पर जोर दिया।





 जिलाधिकारी ने जिला पंचायती राज व ग्राम्य विकास विभाग के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत साफ सफाई में कम प्रगति वाले विकासखंडो के ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़ियों की कटाई, नालियों की सफाई, गंदे पानी, जल जमाव की स्थिति पैदा न होने पाए, इसके निरंतर कार्य करना आवश्यक है।


जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा छात्रों व अभिभावकों को दिमागी बुखार, वेक्टर तथा जल जनित रोगों से बचाव के लिए पेयजल को उबालना, साबुन से हाथ धोना, शौचालय का प्रयोग करना संबंधित विषयों पर जागरूक करने के निर्देश दिए। इसके अलावा जागरुकता के लिए वाद विवाद प्रतियोगिता, क्विज स्पर्धा, निबंध लेखन इत्यादि के माध्यम से छात्रों को रोगों से बचाव, पर्यावरणीय स्वच्छता, एवं स्वच्छता के विषय में सक्रिय सहभागिता के निर्देश दिए।


जिला मलेरिया अधिकारी सुनील यादव ने बताया कि पिछली बैठक में जनपद की रैंकिंग 66वें स्थान पर थी जो अब  40 हो गई है।जिलाधिकारी ने इस अभियान से जुड़े सभी विभागों के कार्यों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग और  ई-कवच पोर्टल इसकी रिपोर्टिंग के निर्देश दिए। कहा कि मैं कदापि नहीं चाहूंगा कि जनपद का नाम सबसे खराब जिलों में आए। उन्होंने सभी को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ अधिकारियों की वजह से जनपद की रैंकिंग खराब हुई है, स्थिति में सुधार नहीं होने पर लापरवाही करने वाले अधिकारी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि आपके कार्यों से डेंगू और मलेरिया जैसे रोग की रोकथाम हो सकती है। इन रोगों के लिए यह बहुत ही संवेदनशील समय है।  इस बैठक में सीआर‌ओ त्रिभुवन, जिला विकास अधिकारी राजित राम मिश्र, स्वास्थ्य विभाग के एम‌ओआइसी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।