बलिया एक्सप्रेस की खबर का असर : शासन ने टाउन पॉलिटेक्निक बलिया की प्रबंध समिति को भंग कर प्राधिकृत नियंत्रक बैठाने का डायरेक्टर को दिया निर्देश,सभी नियुक्तियों को किया शून्य, एफआईआर का दिया आदेश
मधुसूदन सिंह
बलिया।। बिना अनुमोदन के टाउन पॉलिटेक्निक बलिया में प्रबंध समिति व चेयरमैन द्वारा विभिन्न पदों के लिये निकाले गये विज्ञापन और नियुक्तियों को शासन ने गंभीर प्रकरण मानते हुए तत्काल प्रभाव से सभी नियुक्तियों को शून्य घोषित कर दिया है। साथ ही शासन ने विद्यालय की प्रबंध समिति को तत्काल भंग कर प्राधिकृत नियंत्रक की नियुक्ति कर शासन को अवगत कराने का निर्देश डायरेक्टर प्राविधिक परिषद कानपुर को दिया है। यही नहीं बिना अनुमोदन के नियुक्ति करने और कार्यभार ग्रहण कराने वाले अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का भी आदेश दिया गया है।
बता दे कि नियुक्तियों में फर्जीवाड़े होने की खबर को बलिया एक्सप्रेस ने प्रमुखता से अकेले प्रकाशित किया था। पूर्व चेयरमैन कमलेश सिंह ने भी मुख्यमंत्री योगी जी, प्रमुख सचिव एम देवराज और जिलाधिकारी बलिया को 23 सूत्रीय शिकायती पत्र भेजकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। यही नहीं संयुक्त सचिव ने अनुदान अनुभाग में तैनात प्रशासनिक अधिकारी लक्ष्मी का अन्यत्र ट्रांसफर का आदेश भी जारी किया है।
प्राविधिक शिक्षामंत्री आशीष पटेल ने कहा है कि किसी भी साजिश कर्ता / गड़बड़ी करने वालें को छोड़ा ही जायेगा। यही नहीं शासन ने यह भी कहा है इस साजिश में शामिल व्यक्तियों की जांच के बाद कठोर कार्यवाही की जायेगी। शासन ने कार्यवाहक प्रधानाचार्य द्वारा खातों से धन आहरित करने पर भी रोक लगा दी है। अब किसी भी प्रकार के खर्च के लिये जेडी से अनुमति मिलने के बाद भी खातों से धन आहरित हो सकता है। बता दे कि इस नियुक्ति फर्जीवाड़े में डायरेक्टर के और राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ के प्राचार्य के पुत्रो का भी चयन हुआ था।