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आज मिथिला नगरिया निहाल सखियां..., राम विवाह देख दर्शको में छाया उल्लास









संतोष कुमार द्विवेदी 

नगरा, बलिया।। सार्वजनिक रामलीला समिति द्वारा जनता इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित रामलीलाके छठवें दिन शुक्रवार को सीता स्वयंवर, बाणासुर रावण संवाद, राम विवाह का शानदार मंचन किया। रामलीला देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शको की भीड़ उमड़ी रही।सीता स्वयंवर के मंचन के बाद राम विवाह पर उल्लास छा गया।

              कलाकारो द्वारा मंचित लीला के अनुसार भगवान राम स्वयंवर में जैसे ही प्रवेश करते हैं, सब उनके मनमोहक रूप को देखकर मोहित हो उठते हैं। महाराजा जनक घोषणा करते हैं कि जो भी राजा शिव के धनुष का प्रत्यंचा चढ़ाएगा, उस राजा से अपनी पुत्री सीता का विवाह करेंगे। राजा जनक की घोषणा को सुनकर संसार के विभिन्न राज्यों से आए राजाओं ने एक-एक करके धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन सभी राजा विफल रहे।धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाना तो दूर कोई भी राजा धनुष को हिला तक नहीं सका। यह सब देखकर महाराजा जनक भरी सभा में कहते हैं कि विश्व में कोई भी वीर नहीं बचा जो इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा सके।





उनकी बात को सुनकर लक्ष्मण क्रोधित होते हैं।उन्हें श्री राम शांत कराते हैं।तब श्रीराम को विश्वामित्र मुनि आज्ञा देते हैं कि आप भगवान शिव के इस धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाए। गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से राम धनुष का प्रत्यंचा चढ़ा देते है।  जैसे ही धनुष टूटा, पूरा वातावरण राममय हो गया। तभी व्यास पीठ से झुक जइयो तनिक रघुवीर लाली मेरी छोटी सी.. की ध्वनि आती है और सीता राम के गले में वरमाला डाल देती है।सभी देवी देवताओं ने पुष्प वर्षा कर दोनों को आशीर्वाद दिया और सीता स्वयंवर पर जनकपुर में उल्लास छाया गया।

 जनकपुर की सखियां आज मिथिला नगरिया निहाल सखियां, चारो दुलहा में बड़का कमाल सखियां, दुलहा धीरे चलो ये ससुराल गलियां आदि गीत गाती है।इसके पश्चात राम सीता का विवाह काफी धूमधाम से संपन्न हुआ। पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, राजेश कुमार गुप्ता, रामायण ठाकुर, डा शशि प्रकाश कुशवाहा,केपी यादव, गणपति गोड, सुनील गुप्ता, हरेराम गुप्ता, राजू चौहान, अनिल, राहुल आदि मौजूद रहे। थानाध्यक्ष अतुल कुमार मिश्र मय फोर्स चक्रमण करते रहें।