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श्रीमद भागवत महाज्ञान यज्ञ का भंडारे के साथ हुआ समापन





बलिया।। जनऊपुर रतसर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महाज्ञान यज्ञ का भव्य भंडारे के साथ समापन हुआ। जनऊपुर में राधेश्याम पांडे के दरवाजे पर 15 नवंबर से चल रहे श्रीमद् भागवत महाज्ञान यज्ञ का समापन भव्य भंडारे के साथ 22 नवंबर को संपन्न हुआ। इसके पहले 21 नवंबर को कथा का विश्राम हुआ। व्यास पीठ से आचार्य अतुल्य कृष्णा शांडिल ने अंतिम दिन कथा के ज्ञान वर्षा में बताया कि सुखदेव महाराज ने महाराज परीक्षित को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराते हुए भगवान नारायण के द्वारा कैसे अपने भक्तों का उद्धार किया जाता है, को विस्तार से बताया।अंतिम दिन की कथा में भगवान कृष्ण एवं रुक्मणी का विवाह एवं सुदामा चरित्र का मनोहारी झांकियां के द्वारा बहुत ही सुंदर प्रस्तुति प्रस्तुत की गयी।






व्यास पीठ से बताया गया कि कैसे भगवान दो मुट्ठी तंदुल के बदले सुदामा जी को दो लोको का मालिक बना देते हैं। ज्ञान वर्षा में बताया गया कि कैसे भगवान,भगवान कैसे भक्त के अधीन हो जाते हैं। यह भी बताया कि कैसे सत्य को हृदय में धारण करते हुए आत्मा का साक्षात्कार किया जा सकता है, जो परमात्मा से मिलने का द्वार है।इसलिए इस कलयुग में हमें भगवान का सुमिरन करना चाहिए क्योंकि कलयुग केवल नाम आधारा, भगवान के नाम का अनुसरण एवं श्रवण मात्र से ही हम इस भवसागर से पर हो सकते हैं।

 इस अवसर पर कथा के मुख्य यजमान राधेश्याम पांडे द्वारा यज्ञ के समापन पर व्यास पीठ सहित यज्ञ आचार्य राहुल उपाध्याय एवं उनके सहयोगियों  एवं यज्ञ को सफल बनाने में जितने लोगों की भूमिका रही सबको अंग वस्त्र से सम्मानित करने का काम किया गया। तत्पश्चात हवन पूजन आरती एवं प्रसाद का वितरण किया गया तथा 22 नवंबर को आयोजित भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया ।श्रीमद् भागवत महाज्ञान यज्ञ को सफल बनाने में ब्राह्मण स्वयंसेवक संघ के प्रदेश महासचिव राजेश मिश्र हिमांशु पांडे पुरुषोत्तम पांडे अनूप पांडे प्रेम नारायण पांडे हृदय नारायण पांडे बृजमोहन मिश्र योगेंद्र पांडे सुनील पांडे धनंजय उपाध्याय सहित संपूर्ण ग्राम वासियों का सहयोग सराहनीय रहा।