विक्रमशिला विद्यापीठ द्वारा डॉ विद्यासागर उपाध्याय को विद्यावाचस्पति (डॉक्टरेट की मानद उपाधि) उपाधि देने की हुई घोषणा, जनपद के साहित्यकारों में हर्ष व्याप्त
संतोष कुमार द्विवेदी
नगरा, बलिया।।विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर बिहार के अकादमिक परिषद द्वारा डॉ विद्यासागर उपाध्याय के शोध कार्य, हिन्दी सेवा,पुस्तक लेखन, पत्र पत्रिकाओं में मौलिक लेख प्रकाशन,संयुक्त राज्य अमेरिका में शोध पत्र का प्रकाशन तथा भारत के अनेक केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों में मुख्य वक्ता के रूप में व्याख्यान सहित सामाजिक कार्यों में निरंतर सक्रियता के आधार पर विद्यावाचस्पति (डॉक्टरेट की मानद उपाधि) हेतु चयन किया गया है। डा उपाध्याय को यह सम्मान सात नवंबर को विश्वविद्यालय द्वारा देश के प्रतिष्ठित विद्वानों की उपस्थिति में प्रदान किया जाएगा। डा उपाध्याय की इस उपलब्धि से साहित्यकारों में प्रसन्नता व्याप्त है।विशेष रूप से जनपद बलिया के साहित्य सेवी और बौद्धिक वर्ग आह्लादित है।
डॉ उपाध्याय की इस विशिष्ट उपलब्धि पर जिले के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जनार्दन राय, डॉ नन्द जी नंदा, डॉ फतेह चन्द बेचैन, डॉ रमाशंकर मनहर, डॉ अरविन्द उपाध्याय, डॉ नवचंद तिवारी,संतोष दीक्षित, बड़ेलाल यादव,पवन कुमार तिवारी,करुणानिधि तिवारी,हरेंद्र नाथ मिश्र,दिनेश पाठक,राधेश्याम यादव,आकाश तिवारी,जितेंद्र यादव स्वाध्यायी,जितेंद्र त्यागी,ओमप्रकाश यादव सहित अनेक राजनैतिक व सामाजिक लोगो ने बधाई दी है।