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बलिया में सुदखोरों के आतंक से गयी एक और युवा व्यवसायी की जान : मुख्यमंत्री के दौरे से दो दिन पहले त्रस्त व्यापारी ने की ख़ुदकुशी, क्या सुदखोरों पर लगेगी बलिया में लगाम





बलिया।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बलिया आगमन से दो दिन पूर्व युवा व्यापारी ने सुदखोरों से त्रस्त होकर फेसबुक पर आत्महत्या करने के कारणों को बताकर फांसी लगा ली। यह घटना तब और सनसनी पैदा कर रही है ज़ब मुख्यमंत्री जी बलिया में 3 नवंबर को आ रहे है और बलिया में क्राइम एक्सपर्ट और अपराधियों के दुश्मन पुलिस अधीक्षक है। इस घटना के बाद विपक्ष को कानून व्यवस्था पर हमला करने का बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है।

जनपद में सुदखोरों का आतंक चरम पर है। इनके आतंक से बुधवार को तीसरे युवा व्यापारी ने फेसबुक पर लाइव आकर पहले अपनी परेशानी बतायी, सुदखोरों का नाम बताया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले दो व्यापारी सुदखोरो के आतंक से आतंकित होकर आत्महत्या कर चुके है।

बता दे कि सुदखोरों के आतंक से आतंकित होकर स्टेशन मालगोदाम रोड निवासी असलहा व्यापारी ने भी फेसबुक पर लाइव आकर खुद को गोली मारकर इहलीला समाप्त कर ली थी। तब इस घटना की पूरे प्रदेश व देश में खूब चर्चा हुई थी और इसमें शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज कर गंगेस्टर की कार्यवाही की गयी थी।





घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि गल्ला ब्यावसाई आशीष गुप्ता निवासी जगदीश पुर पानी टंकी निवासी ने बुधवार को मरने से पहले फेसबुक पर लाइव आकर अपनी परेशानी को शेयर कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह सुसाइट विडिओ खूब वायरल हो रहा है ।रिकार्डिंग के अनुसार 6 सुदखोरो का नाम सामने आया है। मुख्य दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।


बताया जा रहा है कि बलिया में सफ़ेदपेशों कि आड़ में सुदखोरी का धंधा फल फूल रहा है। प्रशासन ने नन्दलाल गुप्ता सुसाइड केस में इसपर रोक लगाने के लिये तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने प्रयास भी किया था, सुदखोरों की जांच भी करायी थी लेकिन उनके जाते ही एंटी सुदखोरी सेल, ठंडे बस्ते में चली गयी। जांच में बड़े बड़े सफेदपोश लोगों का नाम सामने तो आता है लेकिन कार्यवाही नहीं होती है, यह आरोप बराबर व्यापारी नेताओं द्वारा लगाया जाता है। अब एक सवाल चारों तरफ से पूंछा जा रहा है कि आखिर कब तक  सुदखोरो के कारण मौत को गले लगाते रहेंगे व्यापारी और प्रशासन चुप बैठा रहेगा।