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हर्षोल्लास से मनायी गई भगवान धन्वंतरि जयंती


 


बलिया ।। राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय टोला शिवनराय परिसर में भगवान धन्वंतरि जयंती धूमधाम से मनाया गया । धन्वंतरि के प्रतिमा पर चिकित्सालय के अधिकारी कर्मचारियों ने माल्यार्पण पुष्पअर्पित किया ।इस अवसर पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ० संतोष यादव ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि धन्वंतरि भगवान विष्णु के अवतारों में से एक माने जाते हैं ,जो देवताओं के चिकित्सक थे । भगवान धन्वंतरि ने ही संसार के कल्याण के लिए अमृतमय औषधीयों की खोज की थी।

 दुनिया भर की औषधियों पर भगवान धन्वंतरि ने गहन अध्ययन किया जिसके अच्छे-बुरे प्रभाव आयुर्वेद के मूल ग्रंथ धन्वंतरि संहिता में बताए गए हैं देव -दानवों के युद्ध में समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस अवसर पर योग विभाग के चिकित्सक डॉ० नीरज पाण्डेय ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद के आदि प्रवर्तक व स्वास्थ्य अधिष्ठाता देवता होने से विश्व वंद्य है।






इस दिन लोग अपने घरों में नए बर्तन खरीदते हैं और उनमें पकवान रखकर भगवान धन्वंतरि को अर्पित करते हैं । अच्छी बात है परन्तु वह भूल जाते हैं की असली धन तो स्वास्थ्य भी है डॉ०पाण्डेय ने बताया कि आयुर्वेद चिकित्सा भारतीय चिकित्सा के पारंपरिक प्रणाली है एशिया के कुछ हिस्सों में प्रचलित है । इसके पीछे आयुर्वेद की एक लंबी परंपरा है उपसंहार करते हुए कहा कि दुनिया का भी सबसे पहला सर्जन आयुर्वेद के ही थे । अगर जड़ से किसी रोग को खत्म करना चाहते हैं तो आयुर्वेद ही एक विकल्प है। इस अवसर पर सुनील पाण्डेय, रूपनारायण सिंह सुशील कुमार तथा क्षेत्र के गणमान्य लोग भी उपस्थित रहें।