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वरिष्ठ साहित्यकार कुशलेंद्र श्रीवास्तव की छह पुस्तकों का हुआ विमोचन :51वीं पुस्तक को लिखकर दर्ज किया रिकॉर्ड





गाडरवारा ( म प्र)।। बीते रविवार को गाडरवारा के महावीर भवन में चेतना सामाजिक संस्था के द्वारा दोपहर 2 बजे गाडरवारा के वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार कुशलेंद्र श्रीवास्तव के द्वारा लिखित 6 पुस्तकों जिनमें सागर किनारे (नाटक), सुरमई नाद (व्यंगकार उपन्यास, सच हुए सपने (बाल उपन्यास), सीरेगाव वाली काकी (कहानी उपन्यास), सनकी बऊ (कहानी संग्रह), खबरों की खबना (व्यंग संग्रह) का विमोचन का कार्यक्रम किया गया । इस विमोचन कार्यक्रम के बाद वरिष्ठ साहित्यकार कुशलेंद्र श्रीवास्तव के द्वारा लिखित पुस्तकों की संख्या 51 हो गयी जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। शहर ही नही जिले और समूचे मध्यप्रदेश में कुशलेंद्र श्रीवास्तव साहित्य जगत में एक बड़ा नाम है जो अब  51 पुस्तकों के विमोचन के बाद एक रिकॉर्ड ही नही गाडरवारा क्षेत्र और नरसिंहपुर जिले के लिए एक दस्तावेज बन गया है जो अमिट है।  

              ये अतिथि रहे मौजूद

कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय प्रयागराज, वरिष्ठ साहित्यकार सतीश चंद्र मिश्र चित्रकूट, स्थानीय कैबिनेट मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, गाडरवारा नगरपालिका अध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा, गाडरवारा पूर्व विधायक साधना स्थापक, चेतना समूह से मिनेंद्र डागा शामिल रहे । मुख्य अतिथियों में राव उदय प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि गाडरवारा श्रेष्ठ जनों की नगरी है जिसने भगवान रजनीश, महर्षि महेश योगी जैसे विश्वविख्यात विचारकों को जन्म दिया। पूर्व विधायक साधना स्थापक ने अपने उद्बोधन में कहा की हम प्रत्येक वर्ष शहर में अनेक कृतियों का विमोचन करते आ रहे हैं। यह साहित्य ही है जो समाज को सही राह दिखता है।




 चेतना के वरिष्ठ संरक्षक मिनेंद्र डागा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए रचनाकार की रचनाधर्मिता और साहित्य पर प्रकाश डाला और चेतना की सम्मान परंपरा से उपस्थित जनों को अवगत कराया। नगर पालिका अध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा ने साहित्य को समाज का वास्तविक पथ प्रदर्शक बताते हुए विमोचित किताबें के मुख्यअंशों पर विचार रखें। प्रयागराज से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय ने गाडरवारा की बृहद साहित्यिक परंपरा की प्रशंसा करते हुए अपने विचार रखे। वही चित्रकूट से पधारे वर्ष साहित्यकार सतीश चंद्र मिश्र ने 51 कृतियां के विमोचन पर शुभकामनाएं देते हुए शहर की साहित्यिक विरासत पर अपने विचार रखें।



                    इनका हुआ सम्मान

चेतना परिवार के द्वारा समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं जिनमे अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन महिला परिषद, मानव सेवा संघ, हेल्पिंग हैंड, और हिंदू उत्सव सेवा समिति का सम्मान कार्यक्रम के दौरान किया गया । कार्यक्रम के द्वारा मंच का संचालन कवि विजय 'बेशरम' के द्वारा किया गया कार्यक्रम के दौरान नगर की विभिन्न सामाजिक साहित्यिक संस्थाओं काव्य सरिता, कल्पतरू, शिक्षक संगठन, साईं श्रद्धा समिति, दिगंबर जैन महिला परिषद, यूसी मास, नगर के पत्रकार पत्रकारों के द्वारा कुशलेंद श्रीवास्तव का सम्मान शाल श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया । कार्यक्रम के अंत में चेतना परिवार के नागेंद्र त्रिपाठी द्वारा उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया गया। इस कार्यक्रम के अवसर पर नगर के सैंकड़ों की संख्या में प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे ।