छोटी काशी (रसड़ा ) का सुरतेहाल ख़राब कर रही है अतिक्रमणकारियों और स्थानीय पुलिस की जोड़ी
अखिलेश सैनी
रसड़ा बलिया।। जनता को कयास था कि प्रदेश में योगी सरकार बनने से भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों पर पूर्णत: नकेल कसा जाएगा लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं देखने को मिल रहा है। प्रदेश सरकार या तो भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने में विफल है या फिर सरकार की छवि को धूमिल करने के लिए कुछ सरकारी कर्मचारी अमादा हैं। छोटी काशी रसड़ा शहर की सूरत ए हाल बिगाड़ने में जितना योगदान अतिक्रमणकारियों का है उतना ही योगदान स्थानीय पुलिस -प्रशासन का। ये बात नीम की तरह कड़वी है किन्तु ध्रुव सत्य भी। रसड़ा पुलिस - प्रशासन से शहर मुंसफ मोड़ सहित शहर के अन्य स्थलों से अतिक्रमण तो हट नहीं पा रहा है। जिसकी वजह से रोजना अतिक्रमण से उत्पन्न जाम में घण्टों स्कूल बस,एम्बुलेंस सहित अन्य महत्वपूर्ण वाहन फंसे रहते हैं। जिसकी वजह से रसड़ा का सूरत ए हाल बिगड़ा हुआ है। वहीं बात करें अवैध मैरिज हाॅलों का तो इन मैरिज लाॅनों की वजह से रोजाना ट्रैफिक की समस्या तो कहीं वाहन चोरी की घटना प्रकाश में आ रही है। अब इसे रसड़ा की बद-किस्मती कहिए या प्रशासनिक इकाइयों का जानबूझकर ऐसे शादी हॉल को छूट देना, परंतु सत्य यही है कि रसड़ा में लगभग 90% शादी हॉल अवैध रूप से चल रहे हैं। संबंधित अधिकारियों व पुलिस की मिलीभगत से इलाके में अवैध शादी हॉल की एक बाढ़ सी आ गई है, तंग गलियों में भी ऐसे अवैध शादी हॉल खुले तौर पर चल रहे हैं, जिनपर कार्यवाही करने वाला कोई नही, ऐसा नही है संबंधित विभाग को इसकी जानकारी नही, परंतु मोटी घूस मिलने के कारण, ऐसे अवैध हॉलो को अनदेखा किया जाता है। नियमों को ताक में रखकर रिहायशी संपत्तियों मे ऐसे अवैध शादी हॉलो को चलाया जा रहा है जिनके पास ना तो पर्याप्त भू-भाग है, ना पार्किंग, ना ही फायर सर्विस की एन.ओ.सी . और ना ही संबंधित विभाग द्वारा जारी किया गया लाइसेंस, फिर भी ऐसे हॉल धड़ल्ले से चल रहे हैं। बताते चलें कि रसड़ा भगत सिंह तिराहा,रसड़ा प्यारे लाल चौराहा -मऊ रोड व मिशन रोड सहित क्षेत्र में दर्जनों ऐसे मैरिज हाॅल हैं। जिनके पास वाहन पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं है। रसड़ा में दर्जनों
अवैध मैरिज हॉल हैं। जिसके संचालक ना सिर्फ़ मोटी कमाई कर रहे हैं, बल्कि आम जनता को उत्पन्न हुई गन्दगी व ट्रैफिक की समस्या से दो चार करवा रहे हैं। शहर के विद्वान अधिवक्ता संजय कुमार ने बताया कि हर प्रोग्राम के बाद सारा कूड़ा शादी हॉल के बाहर खुली सड़क पर डाल दिया जाता है । जिसके कारण गन्दगी फैलती है और बीमारियों को न्योता मिलता है। शादी हॉल में आने वाले मेहमान अपनी गाड़ियों को बाहर सड़क पर खड़ा करके अंदर हॉल में चले जाते हैं, जिससे ट्रैफिक समस्या और आम जनता को अनावश्यक जाम का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण कई बार झगड़े जैसे हालात भी बन जाते हैं।शादी हॉल के बाहर खड़ी गाड़ियों पर अक्सर ऐसे असामाजिक तत्व भी आकर बैठ जाते हैं, जो भीड़ का फायदा उठा पॉकेट मारी, मोबाइल व गाड़ी चोरी जैसी वारदात को अंजाम देते हैं।
इतना ही नही आपातकालीन की स्थिति में ऐसे अवैध हॉलो के पास कोई सुरक्षा साधन नही होता, जिससे अचानक हुई अनहोनी से निबटा जा सके। रसड़ा प्रबुद्ध वर्ग के लोगों का कहना है कि शहर की सूरत बिगाड़ने वाले अतिक्रमण पर बाबा का बुल्डोजर आखिर क्यों नहीं चल रहा है। मीडिया के लोग बार - बार समाचारों के माध्यम से पुलिस - प्रशासन को यह बताने का काम किए हैं कि रसड़ा में अतिक्रमण व अवैध मैरिज हाॅलों से आम जनता को कितना नुकसान है फिर भी पुलिस -प्रशासन खामोश है। शहर में चर्चा है कि आखिर पुलिस - प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों के आगे घुटने क्यों टेके हैं? क्या वजह है कि अतिक्रमण व अवैध मैरिज हाॅलों पर पुलिस -प्रशासन का कानूनी हंटर नहीं चल पा रहा है!केवल आम आदमी के ही नसीब में सारी समस्याएं क्यों ?