बांसडीह तहसील में भाजपाइयों ने दिया धरना, लेखपाल पर एफआईआर होने के बाद ही गये घर
बांसडीह बलिया।। स्थानीय तहसील के लेखपाल राजेश राम द्वारा करम्मर निवासी किसान राजेश सिंह क़ो अपने सहयोगियों और साथी लेखपालों द्वारा दौड़ा दौड़ा कर पीटने की घटना से भाजपाई आक्रोषित हो गये। देखते ही देखते बांसडीह विधानसभा के भाजपा के सभी मंडल अध्यक्ष तहसील परिसर पहुंच कर धरने पर बैठ गये। भाजपाइयों ने लगभग 4 घंटे धरना प्रदर्शन किया, तब जाकर आरोपी लेखपाल और इसके साथियों पर मारपीट गाली गलौज और धमकाने का मुकदमा एसडीएम बांसडीह द्वारा दर्ज कराया गया। एसडीएम धरनारत भाईजाइयो के पास आये और एफआईआर दर्ज कराने और बाद में जांचोपरान्त निलंबन की कार्यवाही करने की बात कहकर धरने क़ो समाप्त कराया।
बता दे कि करम्मर निवासी राजेश सिंह धान बिक्री के लिये अपने खेत की खतौनी क़ो लेकर तहसील पहुंचे और लेखपाल राजेश राम से सत्यापित करने का अनुरोध किये। इस काम के लिये लेखपाल ने 2 हजार रूपये की मांग की। इस पर राजेश सिंह ने कहा कि मेरे पास एक ही हजार है, लें लीजिये। यह कहते हुए श्री सिंह अपने मोबाइल क़ो रिकॉर्डिंग मोड में डालने लगे, जिसको राजेश राम द्वारा देख लिया गया और अपने साहयकों संग मिल कर राजेश सिंह की न सिर्फ धुलाई किये बल्कि बांसडीह थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराते हुए बांसडीह कोतवाली में बंद भी करा करा दिये।
इसी से भाजपाइयों में आक्रोश व्याप्त हो गया और लेखपाल पर एफआईआर दर्ज होने के बाद ही धरना समाप्त किये। घूस की बांसडीह तहसील में एक माह के अंदर की यह दूसरी घटना हैc। पहली घटना में लेखपाल क़ो एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।