किसी अन्य की तरह बनने के लिये स्वयं क़ो बदलना ठीक नहीं :अर्जुन जी
पाँच दिवसीय खेल- कूद प्रतियोगता हुआ आयोजन
ललन बागी
रसडा(बलिया)।। बाला जी यशोदा कुंवर अर्जुन विद्यापीठ में गुरूवार को बच्चो के 5 दिवसीय खेल कूद का समापन हुआ। जिसमे बच्चो ने अन्तिम दिन रस्सी कूद,कुर्सी दौड, रस्साकस्सी, जल संतुलन, खाद्य संतुलन दौड आदि विभिन्न खेलो में भाग लिया। इसमे बच्चो ने विभिन्न खेलो मे भाग लेकर जीत कर मेडल और अन्य कई पुरस्कार हासिल किया । प्रमुख रूप से जीतने वालो मे सृष्टि, शिखा, संध्या,सृष्टि सिंह,आशिष,आयत आदि प्रमुख रहे।
कार्यक्रम के अन्तr में बच्चो को सम्बोधित करते हुए विद्यालय प्रबंधक अर्जुन जी ने कहा कि खेल कूद जीवन का महत्व पूर्ण विषय है। अपने को खेल में अव्वल लाने पर टेलेन्ट और हौसला बढता है, जबकि जो हैं वही बने रहना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। कहा कि हम अपनी काफी ऊर्जा वह बनने में लगा देते हैं, जो हम नहीं होते हैं। कोई न कोई आपसे अच्छा व खूबसूरत होगा और कोई न कोई ज्यादा अव्वल स्मार्ट होगा, लेकिन वह आप नहीं हैं। उनमें आप जैसी खूबियां नहीं हैं। किसी से सीखना अलग बात है, लेकिन खुद को किसी पर ढाल देना बिल्कुल ही दूसरी बात। अपने आप को इसलिए न बदलें कि लोग आपको पसंद करना शुरू कर देंगे। आप जो हैं वही रहें, सही लोग आपको इसी अंदाज में पसंद करेंगे। जिसे आप लोग अपने को लोगो को अपना योग्यता व कुछ कर दिखाने मे हौसला रखे,आप सफल आवश्य होगे जिसे लोग पसंद अवश्य करेगे।