पोते ने बाबा की पुण्यतिथि क़ो कुछ यूं मनाया
बलिया।। बच्चों में संस्कार परिजनों द्वारा कैसे डाला गया है, यह बच्चें के द्वारा किये जाने वाले कार्यों से परिलक्षित हो जाता है। आधुनिक परिवेश में भी जहां पारिवारिक संस्कार में एकल परिवार का फैशन और केवल मां बाप के इर्दगिर्द ही बच्चों की दिनचर्या हो गयी है, ऐसे माहौल में भी अगर कोई पोता अपने बाबा की पुण्यतिथि क़ो अलग तरीके से मनाये, यह देखकर प्रत्येक व्यक्ति के मन में आत्मिक उल्लास ऐसे बच्चें के प्रति अपने आप पैदा हो जाता है।
ऐसा ही एक दृश्य बलिया शहर में देखने क़ो मिला है, जहां भारत मेडिकल हाल के प्रोपराइटर के सुपुत्र विशाल ने अपने दादा राम जश प्रसाद की पहली पुण्यतिथि पर ऐसे लोगों के चेहरों पर ख़ुशी ला कर मनायीं जो समाज की मुख्यधारा से कटे हुए है।
विशाल ने सोमवार क़ो अपने दादाजी की पहली बरसी पर गड़वार स्तिथ वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गो (दादा-दादीजी) और फेफना स्थित बालगृह में खाना वितरण और बच्चो के लिए ठंड के कपड़ो का वितरण करके इनकी ख़ुशी में अपनी ख़ुशी ढूंढी । विशाल ने कहा कि इनके चेहरों पर आयी मुस्कान से निश्चित ही हमारे दादा जी की आत्मा भी मुस्करा रही होंगी। वृद्धाश्रम के प्रत्येक बुजुर्गो में मुझे अपने दादा जी का ही अक्स दिखा।