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तीन बार मुख्यमंत्री जी से शिकायत :सीएचसी दुबहड़ में लगभग 11 लाख का गबन, फिर भी कार्यवाही शून्य, आरोपियों को बचाने की स्थानीय स्तर पर हो रही है कसरत



मधुसूदन सिंह

बलिया।। वर्तमान सीएमओ डॉ विजय पति द्विवेदी ने गांधी जी के तीन बंदरों वाले सिद्धांत को लगता है कि अपना लिये है। इनके कार्यकाल में जांच टीमों द्वारा दी गयी जांच रिपोर्ट्स पर कार्यवाही न होने के आधार पर यह कहने में थोड़ा भी संकोच नहीं हो रहा है। जिस तरह गांधी जी का एक बंदर न बुरा बोलता था, दूसरा न बुरा देखता था और तीसरा न बुरा सुनता था। ठीक उसी तरह सीएमओ साहब भी माननीय मुख्यमंत्री जी के यहां तीन बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुबहड़ की भ्रष्टाचार की शिकायत पहुंची और वहां से कार्यवाही के लिये आदेश आया, फिर भी आज तक लगभग 11 लाख के किराया घोटालेबाजों को बचा कर, न बुरा कह रहे है, न बुरा देख रहे है और न बुरा सुन ही रहे है। या यूं कहे कि आरोपियों को बचाने की जुगत में लगे हुए है।यह भी बता दे कि जिला स्तरीय अधिकारी होने के बावजूद प्रत्येक शुक्रवार / शनिवार को अपने वाराणसी स्थित आवास चले जाते है, इनको मुख्यालय छोड़ने की प्रत्येक सप्ताह कौन अनुमति देता है, यह सीएमओ साहब ही बता सकते है। कल शनिवार से मुख्यालय से बाहर है।





बता दे कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुबहड़ में हुए किराया घोटाला की जांच रिपोर्ट लगभग 1 माह से अधिक समय पूर्व मिलने पर भी इनके द्वारा कार्यवाही न करने के कारण आलम यह है कि अब कोई भी चिकित्सा अधिकारी इनके आदेश पर न तो जांच अधिकारी बनने को तैयार हो रहा है या अगर जांच अधिकारी है तो रिपोर्ट जमा करने से कतरा रहा है। कारण यह बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट जमा होने के बाद कार्यवाही की जगह आरोपियों को इसकी जानकारी मिल जा रही है, जिससे जांच टीम के सदस्यों को खतरा लगने लगा है। वही सीएमओ साहब के साथ साये की तरह रहने वाले एक पत्रकार महोदय की भी खूब चर्चा हो रही है।

वही यह भी चर्चा है कि दुबहड़ प्रकरण में सीएमओ साहब अब तक की वित्तीय गबन के मामले में बड़ी कार्यवाही करके आरोपियों का स्थानांतरण करने के साथ ही आरोपी चिकित्सक को एनएचएम अर्बन का नोडल अधिकारी बनाकर दण्डित करने जा रहे है। बलिया एक्सप्रेस का मानना है कि यह बलिया का बहुत बड़ा सौभाग्य है कि गबन के मामले में इतनी कठोर कार्यवाही करने (अभी आर्डर निकला नहीं है ) की सोच रखने वाले सीएमओ मिले है। मुख्यमंत्री योगी जी के सरकार की जीरो टोलरेंस नीति का पालन करने वाला इनसे बढ़िया कोई शायद ही सीएमओ हो।