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बलिया में चलाये गये अभियान में चिन्हित हुए 2625 संभावित कुष्ठ रोगी




- 21 दिसम्बर से चार जनवरी तक चलाया गया कुष्ठ रोगी खोज अभियान

बलिया, 11 जनवरी 2024।।जनपद में 21 दिसंबर से चार जनवरी तक कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की। स्क्रीनिंग में करीब 2625 संभावित ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित किया गया, जिनमें कुष्ठ रोग से मिलते-जुलते लक्षण पाये गये। अभियान में 2910 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम ने स्क्रीनिंग का कार्य किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय पति द्विवेदी ने बताया कि चिन्हित सभी संभावित व्यक्तियों की जांच की जाएगी और कुष्ठ रोग की पुष्टि होने पर उनको संपूर्ण इलाज मुहैया कराकर रोग मुक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्री नामक जीवाणु के संक्रमण से होता है। यह मुख्यतः त्वचा, आँख, नाक और बाहरी तंत्रिकाओं को प्रभावित करता है। इलाज न किए जाने पर यह रोग स्थायी दिव्यांगता का कारण बन सकता है। शारीरिक विकृति के अलावा कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों को सामाजिक भेदभाव का भी सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग का इलाज संभव है और बीमारी की शुरुआत में ही इलाज कराने से इससे होने वाली दिव्यांगता को रोका जा सकता है।





जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. योगेंद्र दास ने बताया कि अभियान के दौरान लोगों को यह संदेश भी दिया गया कि कुष्ठ की जांच व इलाज की सुविधा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है। समय से कुष्ठ रोग की पहचान होने पर उसका संपूर्ण इलाज संभव है। एक बार जब कुष्ठ रोगी दवा का सेवन शुरू कर देता है तो उससे दूसरों को यह बीमारी नहीं फैल सकती। समय से कुष्ठ का इलाज न करवाने पर यह स्थायी दिव्यांगता का रूप ले सकता है।

डॉ योगेंद्र ने बताया कि शरीर का कोई भी दाग धब्बा जिस पर सुन्नपन हो, उसमें खुजली न हो, उसमें पसीना न आता हो कुष्ठ रोग हो सकता है। शरीर की नसों में मोटापन व दर्द कुष्ठ रोग का लक्षण हो सकता है। कान की पाली का मोटा होना व कान पर गांठें होना, नसों में झनझनाहट और ठंडा गरम का एहसास न होना भी कुष्ठ रोग के लक्षण हो सकते हैं। इसकी समय पर जांच व इलाज न कराने पर दिव्यांगता आ सकती है। इस तरह का कोई भी लक्षण अगर नजर आता है तो अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करके अपनी जांच अवश्य कराएं।

                     कुष्ठ रोग के लक्षण

• त्वचा के रंग में कोई भी परिवर्तन (त्वचा पर लाल रंग या फीके रंग का धब्बा) साथ ही उसमें पूर्ण रूप से सुन्नपन अथवा सुन्नपन का अहसास होना।

• चमकीली व तैलीय त्वचा होना।

• कर्ण पल्लव का मोटा होना, कर्ण पल्लव पर गांठ/त्वचा पर गांठ होना।

• नेत्रों को बंद करने में दिक्कत या उससे पानी आना।

• भौंहों के बालों का झड़ना या खत्म होना।

• हाथों में दर्द रहित घाव अथवा हथेली पर छाले होना।

• कमीज या जैकेट के बटन बन्द करने में असमर्थ होना।

• हाथ या पैर की उंगलियाँ मुड़ना कुष्ठ रोग के लक्षण हो सकते हैं।