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जय गुरुदेव के शिष्यों ने पहली जनवरी क़ो किया सत्संग, जनमानस क़ो शाकाहारी, सदाचारी और नशामुक्त बनाने के लिये ली शपथ




भंडारे का हुआ आयोजन

ताखा बलिया।। जय गुरुदेव महाराज के स्थानीय शिष्यों ने ताखा स्थित आश्रम पर पहली जनवरी 2024 क़ो एक वृहद सत्संग और भंडारे का आयोजन किया। इसमें सैकड़ों की तादात में स्त्री पुरुष बच्चें व बच्चियों ने उल्लास व उमंग के साथ भाग लिया। उपस्थित सभी गुरु भाई बहनों क़ो गुरुदेव का उपदेश सुनाते हुए जिला सेवादार कृपा शंकर बरनवाल ने कहा कि हमारे गुरुदेव सन 1952 से कहते आ रहे है कि आने वाला समय बहुत ही विनाशकारी है। इससे वही बच सकता है, जो शाकाहारी होगा।






आज के कार्यक्रम के आयोजक शिवजी प्रसाद ने कहा कि साल के पहले दिन सत्संग से जुड़कर शाकाहारी रहते हुए अनादि प्रभु से जुड़ने का पैगाम दिया गया है। कहा कि जहां सभी लोग एक साथ एकत्रित होकर श्री गुरुदेव जी महाराज के आदेशों क़ो जनजन तक पहुंचाने का प्रयास करने का संकल्प लिये है, तो वही अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर में प्रभु श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर बाबा जय गुरुदेव धर्म विकास संस्था के द्वारा शुरू होने वाले निःशुल्क भंडारे में सहयोग देने का आह्वान किया गया। अयोध्या में शुरू होने वाले इस भंडारे में प्रतिदिन लगभग 10 हजार श्रद्धालुओं क़ो निःशुल्क भोजन कराने का लक्ष्य रखा गया है। बलिया से भी इसमें भरपूर सहयोग दिया जायेगा।



काशी विभाग के सेवादार डॉ राधेश्याम वर्मा ने कहा कि संस्था से जुड़ने के लिये शाकाहारी, सदाचारी और नशामुक्त होना आवश्यक है। कहा कि आज विश्व के लगभग 41 देशों में बाबा जय गुरुदेव के करोड़ों शिष्य फैले हुए है। गुरुदेव की उपरोक्त बात क़ो साबित करते हुए श्री बरनवाल ने कहा कि अभी पिछले दिनों ही कोरोना महामारी से पूरा विश्व परेशान था। लाखों करोड़ों लोगों की पूरे विश्व में जान चली गयी। लेकिन भारत में यह बीमारी कोई बड़ा नुकसान नहीं कर पायी। इसका कारण देश में अधिकतर लोग शाकाहारी है। इस बात की पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी करते हुए कहा है कि शाकाहारी लोगों पर कोरोना का असर कम हुआ है।






कहा कि सोचिये ज़ब कोरोना जैसी महामारी में भी शाकाहारी लोगों की जान सुरक्षित है तो आने वाले महाविनाश के समय भी सुरक्षित रहेगी। इसी लिये गुरुदेव ने आदेश किया है कि ज्यादे से ज्यादे लोगों क़ो शाकाहारी बनाते हुए उनको सत्संग से जोड़ा जाय, जिससे इस मनुष्य योनि क़ो छोड़कर सदगति क़ो प्राप्त करके इस संसार के आवागमन के चक्कर से छुटकारा मिल सकें।

युवा जिला सेवादार गजेंद्र प्रसाद ने कहा कि आगामी पीढ़ी क़ो बुराइयों से बचाने में सत्संग का महत्वपूर्ण योगदान है। कहा कि गुरु देव का स्पष्ट आदेश है कि सभी शिष्य सत्संगों में अपने अपने बच्चों क़ो भी लेकर आये, जिससे उनमे सदाचारी बनने की प्रेरणा पैदा हो सकें। कहा कि हम सभी लोगों का लक्ष्य बाबा जय गुरुदेव के आध्यात्मिक शिष्य उमाकांत जी के निर्देशों के आधार पर समाज में शाकाहारी बनने, सदाचारी बनने के साथ नशामुक्त समाज बनाने के लिये जागरूकता पैदा करना है।