जेएनसीयू में सुभाषचंद्र बोस जयंती का आयोजन,विश्वविद्यालयी परीक्षा में पकड़े गये सात नकलची
बलिया।।जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर की परीक्षाएँ चल रही हैं। कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में शुचितापूर्ण और नकलविहीन तरीके से परीक्षाओं को संपन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पूर्णतया प्रतिबद्ध है। माननीय कुलपति स्वयं परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा गठित सचल दस्ते भी दोनों पालियों में लगातार परीक्षा केंद्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं। इस क्रम में मंगलवार को डाॅ. कौशल कुमार पाण्डेय की टीम ने अमरनाथ मिश्र पी जी कालेज,दूबे छपरा से चार परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा। इस दस्ते में डाॅ. प्रवीण नाथ यादव और डाॅ. मनोज कुमार सम्मिलित हैं। डॉ. संदीप कुमार पाण्डेय के नेतृत्व वाली सचल दस्ता की दूसरी टीम ने श्रीनाथ बाबा महाविद्यालय, इसारी सलेमपुर से 2 एवं श्रीनाथ बाबा जंगली बाबा महाविद्यालय, जाम, रसड़ा से एक परीक्षार्थी को नकल करते हुए पकड़ा। इस दस्ते में डॉ. ओम प्रकाश यादव, सौम्या तिवारी और डॉ. प्रेमभूषण शामिल हैं।
विवि में सुभाषचंद्र बोस जयंती का आयोजन
बलिया।। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा आज मंगलवार को सुभाषचंद्र बोस जयंती के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय परिसर से बसंतपुर तक शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा एक रैली निकाली गयी, जिसमें विद्यार्थियों ने सुभाषचंद्र बोस के विचारों एवं संबंधित नारों को तख्तियों के द्वारा लोगों तक पहुंचाया। ग्रामवासियों को उनके बलिदान, त्याग, साहस और समर्पण की याद दिलाई। इस अवसर पर परिसर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विद्यार्थियों को नेता जी के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी। स्वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान और उनके जज़्बे को विद्यार्थियों के लिए अनुकरणीय बताया। कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डाॅ. रजनी चौबे ने सुभाष चंद्र बोस के विचारों और भावों की प्रासंगिकता का उल्लेख किया। डाॅ. शैलेन्द्र सिंह ने स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान का क्रमबद्ध वर्णन किया। कार्यक्रम का संचालन एवं आयोजन राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में डाॅ. पुष्पा मिश्रा, डाॅ. अजय चौबे, डाॅ. छबीलाल एवं डाॅ. अनुराधा राय उपस्थित रहे।