किसी भी समाज व राष्ट्र की मूलभूत चेतना उसकी युवा शक्ति मे करती है निवास - धनन्जय मिश्र
अभियेश मिश्र
बेल्थरारोड: बलिया।। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के शुभ अवसर पर शुक्रवार को इंक्रेडिबल पब्लिक स्कूल लिलकर सिकंदरपुर बलिया में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम स्कूल के अध्यक्ष धनंजय मिश्र द्वारा दीप प्रज्वलित एवं उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया, इस अवसर पर स्कूल के अध्यक्ष धनंजय मिश्र ने विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी समाज व राष्ट्र की मूलभूत चेतना उसकी युवा शक्ति मे निवास करती है । प्रबंधक अजय कुमार मिश्रा ने कहा किसी लक्ष्य को पाने के लिए पहले अपने ऊपर विश्वास करना होगा उसी विश्वास रूपी ऊर्जा के साथ यदि आप आगे बढ़ेंगे तो जीवन में अवश्य सफल होंगे। स्कूल के प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय समाज के पुनर्निर्माण के लिए जो विभिन्न तरीके सुझाए उनमें शिक्षा लोगों को सशक्त बनाने का प्राथमिक साधन था।
उन्होंने एक बार कहा था, वह शिक्षा जो आम जनता को जीवन के संघर्ष के लिए खुद को तैयार करने में मदद नहीं करती है जो चरित्र की ताकत परोपकार की भावना और शेर का साहस नहीं लाती है क्या वह शिक्षा है? वास्तविक शिक्षा वह है जो व्यक्ति को अपने पैरों पर खड़ा होने में सक्षम बनाती है। उनके लिए शिक्षा का अर्थ धर्मनिरपेक्ष शिक्षा है जो छात्रों में चरित्र का निर्माण करती है और मानवीय मूल्यों को स्थापित करती है ।
कार्यक्रम का संचालन शत्रुघ्न जायसवाल एवं रनेंद्र तिवारी के द्वारा किया गया इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य राजेश तिवारी एवं योगेश तिवारी, राजेश श्रीवास्तव, प्रज्वल राय, गौरव यादव, मिथिलेश यादव तनमन राय, आदित्य यादव,देव मिश्रा, सत्य प्रकाश सिंह, पूनम सिंह,प्रज्ञा गुप्ता, प्रिया वर्मा आदि शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।