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बलिया : होलीस्टिक क्योर हॉस्पिटल की लिफ्ट में मिला अधेड़ महिला का शव, परिजनों ने किया जमकर हंगामा


मधुसूदन सिंह 

बलिया।। होलीस्टिक क्योर हॉस्पिटल विजयीपुर बलिया की लिफ्ट में एक अधेड़ महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। महिला के परिजनों द्वारा महिला अस्पताल रोड को जाम कर घंटो विरोध प्रदर्शन किया गया। मृतक महिला के पति द्वारा थाना कोतवाली को दी गयी तहरीर में महिला को 23 जनवरी से गुम बताया गया है। आज महिला की लाश होलीस्टिक क्योर हॉस्पिटल में पड़ी है, इसकी सूचना विश्वस्त सूत्रों से मिलते ही परिजन रोते बिलखते बलिया पहुंच गये।



बता दे कि मृतक महिला अपनी बहू का प्रसव कराने के लिये इस अस्पताल में 23 जनवरी को आयी थी, बहू को नार्मल डिलीवरी होने के बाद अस्पताल प्रशासन से चार्ज को लेकर कुछ तकझक हुई थी। कुछ देर बाद यह महिला गायब हो गयी। परिजनों द्वारा महिला की चारों तरफ खोजबीन की गयी लेकिन नहीं मिली। परिजनों द्वारा अस्पताल प्रशासन से सीसीटीवी फुटेज दिखाने की बार बार मांग की गयी लेकिन अस्पताल प्रशासन ने नहीं दिखाया। थक हार कर महिला के पति ने कोतवाली में गुमशुदगी की तहरीर दे दी और 24 जनवरी को प्रसूता को डिस्चार्ज करा कर घर चले गये। साथ बलिया समेत बैरिया, बलिया, नगरा आदि जगहों पर गुमशुदगी के लिये अनाउंसमेंट भी कराया गया।




बताया जा रहा है कि महिला का शव उस लिफ्ट में पाया गया है, जो ख़राब बतायी जा रही है। महिला की मौत कैसे हुई है यह पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल पायेगा। यह भी जांच का विषय है कि आखिर घटना के दिन सीसीटीवी फुटेज क्यों ख़राब हुआ? साथ ही यह भी जांच होनी चाहिये कि क्या पैसे को लेकर वादविवाद हुआ था? कही इसी वाद विवाद में किसी कर्मचारी से यह वाक्या तो नहीं हो गया है? यह भी जांच होनी चाहिये।







वही परिजनों द्वारा मृतका के शव को पुलिस द्वारा अपने कब्जे में लेने से, विरोध प्रदर्शन किया गया। इनका कहना था कि हमें मृतका e शव को क्यों नहीं दिखाया जा रहा है? मृतका मुन्नी देवी के पति देवेंद्र वर्मा ने अस्पताल की चिकित्सक डॉ शशिकला सिंह व प्रबंधक डॉ जितेंद्र सिंह के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाकर कोतवाली में तहरीर दे दी है।




     अस्पताल के प्रबंधक डॉ जितेंद्र सिंह के अनुसार लिफ्ट सही हालत में है। इसका प्रयोग हड्डी से संबंधी रोगियों के लिये किया जाता है।डॉ सिंह के अनुसार महिला का शव 25 जनवरी की सुबह लगभग सात बजे लिफ्ट के बेसमेंट में पड़ा हुआ स्विपर ने देखा। स्विपर के द्वारा सूचना देने पर सभी लोग पहुंचे और पुलिस को सूचित किया गया। सवाल यह उठ रहा है कि महिला 23 जनवरी से लापता थी और शव 25 को सफाई कर्मी द्वारा देखा गया, तो यही काम 24 जनवरी को भी हुआ होगा तब महिला का शव क्यों नहीं दिखायी दिया? अस्पताल प्रशासन क्या छुपा रहा है। दूसरी मंजिल से महिला सीधे बेसमेंट में कैसे पहुंच गयी? निश्चित ही लिफ्ट चलाने में घोर लापरवाही बरती गयी है। जबकि प्रबंधक डॉ सिंह के अनुसार इनको नहीं पता कि यह कैसे हो गया।

डॉ जितेंद्र सिंह का बयान



वही सीओ सिटी एसएन वैभव पांडेय ने कहा कि परिजन के तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जायेगा।



बाइट- CO सिटी वैभव पांडेय