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भृगु मंदिर में अराजक तत्वों के खिलाफ आवाज उठाना विकास पांडेय को पड़ा भारी, कोतवाली में पिटाई के बाद विभिन्न धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा



बलिया।। भृगु मंदिर पर अराजक तत्वों के आतंक, मादक पदार्थो की बिक्री आदि के खिलाफ कमेटी के अध्यक्ष डॉ शिवकुमार मिश्र और पूर्व सभासद विकास पांडेय लाला , दोनों के द्वारा उठाई जा रही आवाज़ अब पुलिसिया सख़्ती के चलते दबने की कगार पर पहुंच गयी है। जिस शिकायत पर स्थानीय कोतवाली पुलिस को कार्यवाही करनी चाहिये थीं, वह अब उठने वाली आवाज को ही दबा कर इस प्रकरण का पटाक्षेप करने पर आमादा है। आज ज़ब जाप्लिनगंज चौकी इंचार्ज के द्वारा लगायी गयी गलत रिपोर्ट का विरोध करते हुए भृगु मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ शिवकुमार मिश्र और इनके सहयोगी पूर्व सभासद विकास पांडेय लाला ज़ब चौकी में ही विरोध स्वरुप धरना देने लगे तो इन दोनों को कोतवाली लाया गया। विकास पांडेय लाला ने आरोप लगाया कि शहर कोतवाल ने अपने चेम्बर में मुझे पीटा है। बता दे कि अभी 14 फ़रवरी को ही विकास पांडेय लाला की मां का देहांत हुआ है और अभी दशकर्म आदि भी नहीं हुआ है। यही नहीं विकास पांडेय लाला ने अपने सभासदी के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत अपने वार्ड को पहले नंबर पर पहुंचा कर 11 लाख का इनाम भी जीता था।

देर रात चौकी प्रभारी की तहरीर पर विभिन्न गंभीर धाराओं और हरिजन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए विकास पांडेय लाला को हिस्ट्रीशीटर अपराधी बताया गया है। लेकिन तहरीर में जो घटना क्रम दर्शाया गया है और जो वायरल वीडियो में दिख रहा घटना क्रम है, दोनों में कही भी समानता नहीं है। वीडियो में विकास पांडेय लाला का अपनी बात कहने का तरीका गलत दिख रहा है लेकिन गाली गलौज करने का नहीं दिख रहा है। विकास पांडेय लाला और डॉ शिवकुमार मिश्र दोनों लोग धरने पर बैठे है, जिससे तथाकथित रूप से सरकारी कार्य में बाधा पड़ रही है, तो फिर एक ही आदमी पर मुकदमा क्यों लिखा गया है। इस प्रकरण के बाद चौकी इंचार्ज की भूमिका निश्चित रूप से संदिग्ध प्रतीत होने लगी है। पुलिस अधीक्षक महोदय को इस प्रकरण की अपर पुलिस अधीक्षक स्तर से जांच करानी चाहिये, जिससे भविष्य में कोई भी मातहत संदिग्ध रिपोर्ट लगाने की हिम्मत न करें, जिससे ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।












बता दे कि भृगु मंदिर से जुड़े मामले में जपलिंगंज चौकी इंचार्ज द्वारा गलत रिपोर्ट लगाने का मामला सामने आया है। इस मामले में भृगु मंदिर कमेटी के पदाधिकारी  चौकी इंचार्ज के खिलाफ न्याय के लिए चौकी परिसर में ही धरने पर बैठ गए। आरोप लगाया गया कि पूर्व में जो रिपोर्ट लगायी गयी थीं,उस रिपोर्ट के ठीक विपरीत सभी बिंदुओं पर चौकी इंचार्ज के द्वारा विपक्षी से मिलीभगत कर गलत रिपोर्ट लगाया गया है जिसका साक्ष्य है। जिसके खिलाफ भृगु मंदिर कमेटी के अध्यक्ष डॉ शिवकुमार मिश्र और पूर्व सभासद विकास पांडेय लाला धरने पर बैठ गए। इस दौरान विकास लाला पांडेय ने जमकर चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाया।

वही मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों के द्वारा समझा बूझकर और जांच को लेकर आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया और भृगु मंदिर कमेटी के अध्यक्ष डॉ शिवकुमार मिश्र और विकास पांडेय लाला को कोतवाली लाया गया । सूत्रों की माने तो इस दौरान विकास लाला से उनकी शिकायत सुनने के बजाय कोतवाल के द्वारा जमकर पिटाई की गई। वही अध्यक्ष को वापस घर भेज दिया गया और विकास पांडेय लाला को कोतवाली में ही रोक लिया गया है।देर रात को गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है । विकास पांडेय लाला द्वारा कोतवाली में मीडिया कर्मियों को अपना चेहरा दिखाते हुए चीख चीख कर कहा गया कि अपने चेम्बर में कोतवाल साहब द्वारा मारा गया है।


गलत रिपोर्ट लगाने की शिकायत और उसके खिलाफ आवाज उठाने की सजा विकास पांडेय को कोतवाल बलिया द्वारा देने की घटना सोचनीय है। विकास पांडेय लाला का धरने के दौरान उग्र होने को भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है लेकिन एक आम आदमी उग्र क्यों होता है, इस पर भी सोचना चाहिये। चौकी इंचार्ज के द्वारा जो रिपोर्ट लगायी गयी है, उसकी सार्वजनिक चौपाल के जरिये उच्चाधिकारीयों को जांच करनी चाहिये। नहीं तो यह प्रकरण आंदोलन का रूप भी लें सकता है।





यह है पूरा प्रकरण


बलिया।। श्री भृगु मंदिर इस समय अराजक तत्वों का अड्डा बन गया है।परिसर में गांजा भांग की बिक्री से लेकर शादी विवाद के लिये आने वाले लोगों से अवैध वसूली का भी आरोप कमेटी के अध्यक्ष ने लगाया है। साथ ही इस खेल में चौकी इंचार्ज की भी भूमिका पर उंगली उठायी है।यह आरोप अध्यक्ष डॉ शिव कुमार मिश्र ने लगाया है। डॉ मिश्र ने यह भी आरोप लगाते हुए कहा कि जिलाधिकारी से लगायत मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।



डॉ शिवकुमार मिश्र का बयान 



विकास पांडेय लाला पूर्व सभासद का बयान