परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में ‘अंतरा’ महिलाओं की पहली पसंद
● छोटा परिवार सुखी परिवार का सुरक्षित उपाय है तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा
● जनपद में अप्रैल 2023 से दिसम्बर 2023 तक 5958 महिलाओं ने अपनाया अंतरा
● अंतरा लगवाने पर लाभार्थी महिला व आशा कार्यकर्ता को मिलते हैं 100 रुपये प्रति डोज़
बलिया, 29 फरवरी 2024।।परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन ‘अंतरा’ को अपनाकर खुशहाल दांपत्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में त्रैमासिक इंजेक्शन अंतरा को महिलाओं द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। जनपद में अप्रैल 2023 से दिसम्बर 2023 तक 5958 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन का चुनाव किया है। अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर प्रत्येक लाभार्थी महिला व आशा कार्यकर्ता को 100 रुपये प्रति डोज देने का भी प्रावधान है। यह जानकारी परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.आनंद कुमार ने दी।
नोडल अधिकारी ने बताया कि महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने को गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा को महिलाओं द्वारा विकल्प के रूप में चुना गया है। अंतरा इंजेक्शन अनचाहे गर्भ को रोकने और दो बच्चों के बीच अंतर रखने का एक सुरक्षित और प्रभावी अस्थायी गर्भनिरोधक विकल्प है। तीन माह के अंतराल पर लगने वाला यह इंजेक्शन जिला महिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व उप केन्द्रों पर लगाया जाता है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम न सिर्फ देश की तरक्की से जुड़ा है बल्कि मातृ शिशु स्वास्थ्य और पोषण से भी इसका गहरा सम्बन्ध है। यह दंपति के सुखमय जीवन के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा भी एक बेहतर विकल्प है। इसकी पहली डोज़ चिकित्सक, स्टॉफ नर्स, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) या प्रशिक्षित एएनएम द्वारा लाभार्थी की स्क्रीनिंग के बाद ही लगाई जाती है।
लाभार्थियों ने सराहा - हनुमानगंज ब्लॉक के गांव सागरपाली निवासी 26 वर्षीय मनोरमा (परिवर्तित नाम) ने बताया कि मेरा एक बच्चा है और मैं अभी बच्चा नहीं चाहती हूँ। इसलिए अंतरा इंजेक्शन की पहली डोज़ स्टाफ नर्स के परामर्श पर जिला महिला अस्पताल के पीपी सेंटर में 21 फरवरी को लगवायी थी। मुझे बताया गया कि इस इंजेक्शन को लगवाने से तीन माह तक गर्भ ठहरने से सुरक्षा मिल जाती है। यह इंजेक्शन लगवाना आसान और सुरक्षित है। अंतरा इंजेक्शन से कोई भी परेशानी नहीं हुई है।
एक और अन्य लाभार्थी हनुमानगंज ब्लॉक के ग्राम गोठहुली निवासी 27 वर्षीय सलोनी (परिवर्तित नाम) ने बताया – “मेरे दो बच्चे हैं और मै अभी बच्चा नहीं चाहती हूँ।इसलिए अंतरा इंजेक्शन की पहली डोज़ स्टाफ नर्स के परामर्श पर जिला महिला अस्पताल के पीपी सेंटर में 21 फरवरी को लगवायी थी। मुझे बताया गया कि जो महिलाएं गर्भ निरोधक गोली नहीं खा सकती हैं। वह अंतरा इंजेक्शन का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह लंबी अवधि तक गर्भधारण से बचाता है और बच्चों के जन्म में अंतर रखने में भी बेहद सहायक है। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में यह इंजेक्शन पूरी तरह सुरक्षित है।