करिमुल्लाह खान समेत 17 पर एफआईआर, वादी की ही नियत पर करिमुल्लाह खान ने उठा दिया सवाल
स्थानीय पुलिस व चिकित्सक कों बताया है तथाकथित भू माफिया करिमुल्ला खान का सहयोगी
बलिया।। थाना कोतवाली बलिया मे 25 अप्रैल 2024 कों प्रॉपर्टी डीलर करिमुल्लाह खान और इनके पुत्र मेराज खान समेत कुल 17 लोगों पर बहेरी निवासी अब्दुल्लाह द्वारा कराया गया धोखाधड़ी का मुकदमा पिछले दो दिनों से खूब चर्चा मे है। मुकदमा दर्ज कराने वाले के अनुसार करिमुल्लाह खान एक भू माफिया है, जबरिया लोगों की जमीन खरीद फरोख्त करते है और आनाकानी करने पर पुलिस के सहयोग से मुकदमा लिखवा कर परेशान करते है और अंत मे रजिस्ट्री करा लेते है। लेकिन मुकदमा लिखवाने वाले ने यह नहीं बताया है की किस भू खंड कों और किसका था, जिसको करिमुल्लाह खान ने जबरिया और फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करायी है। भू माफिया कब घोषित हुए और दोष सिद्ध हुए यह भी नहीं बताया है। साथ ही यह नहीं बताया है कि करिमुल्लाह खान भू माफिया है, दूसरे की जबरिया जमीन रजिस्ट्री कराये है, तो वह पीड़ित व्यक्ति कौन है और जिला प्रशासन, एफआईआर दर्ज कराता, इनको यह अधिकार कहां से मिला है?
इस संबंध मे ज़ब बलिया एक्सप्रेस की टीम ने करिमुल्लाह खान का पक्ष जानने की कोशिश की तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया है। माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा जिस पास के आधार पर कूट रचना का आरोप लगा कर एफआईआर दर्ज कराया गया है, वह माननीय उच्च न्यायालय के कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के चलते समय मे अंतर आया है, इसकी लिखित जानकारी एडवोकेट एसोसिएशन हाई कोर्ट इलाहबाद के कार्यालय अधीक्षक जितेंद्र कुमार मिश्र ने दी है। श्री करिमुल्लाह ने कहा कि दरअसल यह मुकदमा, मेरे पुत्र पर हुए जानलेवा हमले के मुख्य आरोपी रियाजुद्दीन की साजिश है और मुकदमा वापस लेने के लिये दबाव डालने के क्रम मे है।
कहा कि मेरे ऊपर 2020 मे साजिशन भू माफिया का मुकदमा क़ायम कराया गया था, जो फर्जी होने के कारण खत्म हो गया है। यही नहीं अभी एक माह पहले भी मेरे ऊपर फर्जी तरीके से भू माफिया का मुकदमा क़ायम कराया गया था, वह भी खत्म हो गया है। एफआईआर मे दर्शाये गये मुक़दमों मे से 5 मुक़दमों मे एफआर लग चुकी है। मै एक व्यापारी हूं, मुझे लोगों से झगड़ा करने का समय ही कहां है? बता दे कि रियाजुद्दीन राजू लोगों से अवैध वसूली का काम करता है, मुझसे भी वसूली चाहता है।
कहा कि जिस मैनुद्दीन खान की जमीन कों जबरिया कब्जा करने, खरीदने का आरोप लगा है, उस जमीन कों मैनुद्दीन ने घूरन प्रधान की पत्नी और गुलाम मुस्तफ़ा की पत्नी राबिया कों रजिस्ट्री की है। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि जिस पुलिस पर करिमुल्लाह का जमीन पर कब्जा करने का सहयोगी बताया है उसी पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है। करिमुल्लाह का सहयोगी होने का जिला अस्पताल के चिकित्सकों पर भी गंभीर आरोप लगाया गया है।