मिल्क मोर ब्रांड की जगह कपिला पशु आहार लिख कर किया पशु पालक से समझौता, अब कपिला पशु आहार के वितरक ने कम्पनी मे की इस गोरखधंधे की शिकायत
बलिया।। मिल्क मोर ब्रांड के वितरक हरि जी द्वारा कपिला पशु आहार के नाम पर पुलिस चौकी जाप्लिनगंज मे किया गया सुलह समझौता से कपिला पशु आहार के वितरक कों काफी आघात लगा है। इनका कहना है कि मिल्क मोर ब्रांड के वितरक द्वारा जानबूझकर कपिला पशु आहार का नाम बदनाम करने के लिये लिया गया है। कहा कि इसकी शिकायत मै अपनी कम्पनी मे करूंगा।
बता दे कि जाप्लिन गंज क्षेत्र के एक किसान शिव नारायण यादव पुत्र स्व कैलाश चौधरी द्वारा मिल्क मोर ब्रांड का पशु आहार अपने पशुओं कों खिलाया गया था। जिसको खाने के बाद सोमवार कों एक भैस व इसकी पड़िया की मौत हो गयी और तीन अन्य जानवरों की भी हालत ख़राब हो गयी। इसको लेकर पशु पालक द्वारा मिल्क मोर के वितरक हरि जी के खिलाफ जाप्लिन गंज पुलिस चौकी मे तहरीर दी गयी। जहां हरि जी ने पशु पालक कों 75 हजार रूपये देकर समझौता कर लिया।
यहां तक सब मैनेज हो गया। इस घटना मे ट्विस्ट तब आया ज़ब समझौता पत्र मे हरि जी द्वारा मिल्क मोर की जगह कपिला पशु आहार लिख दिया गया। यह समझौता पत्र सोशल मीडिया मे वायरल हो गया। इस पत्र के वायरल होते ही पशु पालकों मे कपिला पशु आहार कों लेकर तरह तरह की चर्चाये होने लगी और कपिला के वितरक के यहां भी कपिला पशु आहार खा कर पशुओं के मरने की खबर पहुंची।यही नहीं हमेशा कपिला पशु आहार खरीदने वालें ग्राहकों द्वारा भी इसको खरीदने से कतराने की घटना सामने आने लगी ।
इसकों संज्ञान मे लेते हुए कपिला पशु आहार के वितरक अरुण कुमार गुप्ता ने वायरल समझौता पत्र कों कम्पनी मे भेज दिया। मीडिया से बातचीत मे कपिला पशु आहार के वितरक अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि जानबूझकर कपिला ब्रांड कों बदनाम करने के लिये मिल्क मोर के वितरक ने समझौते मे कपिला का नाम लिखा है जबकि कपिला नहीं, मिल्क मोर खाकर भैस मरी है। मिल्की मोर के विक्रेता ने अपनी गलती छुपाने के प्रयास मे यह कृत्य किया गया है।
ऐसे हो रहा है गड़बड़झाला
दरअसल कपिला पशु आहार,कामधेनु कैटिल फीडस लिमिटेड कम्पनी का एक ब्रांड है जबकि कपिला कृषि उद्योग लिमिटेड का मिल्क मोर एक ब्रांड है। कपिला पिछले लगभग 35 वर्षो से देश मे पशु आहार के नाम पर एक भरोसेमंद ब्रांड है। इसी कों भुनाने के लिये मिल्क मोर ब्रांड के निर्माताओं ने अपने पैकेट पर बड़े से कपिला कृषि उद्योग लिमिटेड लिखने के बाद मिल्क मोर लिखा है, जिससे ग्राहक कों कपिला पशु आहार ही लगे और खरीद लें।
बयान --कपिला पशु आहार के विक्रेता अरुण कुमार गुप्ता
बयान -किसान