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सूदखोर के चंगुल मे फंसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने की आत्महत्या, सुदखोरों के आतंक पर रोक लगाने मे प्रशासन असफल

 


                                फ़ाइल फोटो 

सीडीओ के बगले पर चतुर्थ श्रेणी के पद पर था तैनात

बलिया।। सीडीओ के बंगले पर तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा सुदखोर के आतंक से गुरुवार कों फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बता दे कि शहर कोतवाली क्षेत्र के आयुर्वेदिक कालोनी में गुरुवार की सुबह एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। मृतक के पुत्र की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के पीछे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा सुरखोर से ब्याज पर पैसा लेना बताया जा रहा है। सूदखोर के लगातार दबाव के कारण कर्मचारी ने मजबूर होकर ऐसा कदम उठाया।


बता दे कि कोतवाली पुलिस को आयुर्वेदिक कालोनी निवासी अंकित शर्मा पुत्र पूनाराम शर्मा ने सूचना दिया कि मेरे पिता पूनाराम शर्मा 54 वर्ष पुत्र स्व मनिराम शर्मा घर से थोड़ी दूर गली में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुँच कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक सीडीओ बलिया के बंगले पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात थे जो पत्रवाहक का काम करते थे।




 बताया जा रहा है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी किसी सुदखोर से ब्याज पर पैसा लिया हुआ था। जिसकी वसूली मे वेतन खाते मे आते ही सूदखोर आता जाता था और जबरिया पूरा वेतन उतरवा कर लें लेता था। पैसे के अभाव में परिवार का भरण पोषण करने में कर्मचारी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अंततः कर्मचारी की हिम्मत जबाब दे गयी और उस ने आत्महत्या करने का निर्णय लिया और फांसी लगाकर अपनी ईहलीला समाप्त कर लिया।पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। मृतक नेपाल देश के जिला कपिलवस्तु थाना पिपरा निवासी नंदनगर का रहने वाला था। यह कोतवाली क्षेत्र के आयुर्वेदिक कॉलोनी स्थित मकान संख्या 133  में रहता था। बलिया मे सुदखोरों द्वारा कई लोगों के जान लेने के बाद भी जिला प्रशासन इन लोगों पर कड़ी कार्यवाही करने मे असफल है। अब देखना है कि सीडीओ के यहां कार्य करने वाले इस कर्मचारी की मौत पर जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करता है?