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खेजूरी व नरही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं लगा मुख्यमंत्री आरोग्य मेला, नरही पर एक चिकित्सक तो खेजूरी पर चिकित्सक लापता

 



मधुसूदन सिंह 

बलिया।। प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी ने आमजन को चाहे वो नौकरी पेशा वाला हो, व्यापारी हो, या किसान मजदूर हो, सभी रविवार की छुट्टी के दिन मुख्यमंत्री आरोग्य मेला लगवा कर उनका इलाज कराने की उत्तम योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री जी की सोच है कि किसी भी कामकाजी लोगों का नुकसान न हो और ऐसे लोग रविवार की छुट्टी के दिन अपने रोगों की जांच व इलाज करायेगे, जिससे ऐसे लोगों का कोई नुकसान नहीं होगा।

लेकिन बलिया मे स्वास्थ्य विभाग की ग्रामीण अंचलो मे सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गयी है। कारण कि अधिकतर पीएचसी और सीएचसी पर बिहार राज्य के चिकित्सक तैनात है, जो शुक्रवार की शाम से सोमवार की सुबह तक अपने अपने घर चले जाते है। जिसके चलते आमजन को मजबूरन अपना इलाज कराने के लिये जिला अस्पताल आना पड़ता है।

बलिया एक्सप्रेस की टीम आज मुख्यमंत्री आरोग्य मेला की ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिये तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंची, तो एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक कोई था ही नहीं, दूसरे पर एक चिकित्सक मौजूद मिले। लेकिन तीसरे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मेला लगा हुआ पाया गया।

बता दे हमारे सहयोगी गोपाल प्रसाद ने सिकंदरपुर और खेजूरी सीएचसी की ग्राउंड रिपोर्टिंग की, जिसमे सिकंदरपुर पर मेला लगा हुआ पाया गया, लेकिन खेजूरी मे चिकित्सक ही लापता मिले और यहां मेला नहीं लगा हुआ था।



नरही अस्पताल की रिपोर्टिंग करते हुए हमारे सहयोगी श्याम जी ने बताया कि यहां मेला जैसी कोई बात नहीं दिखी है। रोज की तरह यहां एक चिकित्सक मौजूद है जो मरीज देख रहे है। उपस्थित चिकित्सक डॉ ब्रज कुमार ने बताया कि हमारे प्रभारी छुट्टी पर है। कहा कि मुझे नहीं पता कि सभी लोगों को मुख्यमंत्री आरोग्य मेला मे उपस्थित रहना है। बता दे कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगभग आधे दर्ज स्थायी चिकित्सकों की तैनाती है, लेकिन आप एक साथ इनको नहीं देख पायेंगे।

अब देखना है कि जिला प्रशासन इन अनुपस्थित चिकित्सकों और अन्य कर्मियों पर क्या कार्यवाही करता है।