पाकिस्तान की तरह आर्थिक रूप से दीवालियेपन की कगार पर पहुंच गयी है नगर पालिका बलिया : संत कुमार चेयरमैन
मधुसूदन सिंह
बलिया।। नगर पालिका परिषद बलिया के बीजेपी के चेयरमैन संत कुमार गुप्ता उर्फ़ मिठाई लाल ने कहा है कि आर्थिक रूप से नगर पालिका परिषद बलिया पाकिस्तान से भी बुरी हालत मे पहुंच गयी है। अगर इसको मुख्यमंत्री जी से विशेष आर्थिक पैकेज नहीं मिला तो स्थिति भयावह हो जायेगी। कहा कि ऐसी स्थिति लाने के लिये नगर की जनता और कर्मचारी जिम्मेदार है। कहा कि बलिया नगर की जनता विकास तो चाहती है लेकिन टैक्स देने से कतराती है। वही नगर पालिका मे कर्मचारियों की स्वीकृत संख्या से 70 प्रतिशत संख्या कम है और जो है भी वो सभी मृतक आश्रित है और काम नहीं करते है। ऐसे मे मुझे चतुर्थ श्रेणी से अकाउंटेंट का काम लेना पड़ रहा है।
बड़े लोगों ने नालियों पर कर लिया है कब्जा
चेयरमैन ने कहा कि बलिया शहर मे नालियों की बदत्तर स्थिति के लिये बड़े लोग जिम्मेदार है। इन लोगों ने नालियों पर पक्का निर्माण करके कब्जा कर लिया है जिससे सफाई नहीं हो पाती है। यही नहीं यहां के अधिकांश मंदिरों कों भी नालियों के ऊपर बनाया गया है। कटाक्ष करते हुए कहा कि यह कैसी भक्ति व आस्था है कि अपने आलीशान मकानों मे रहे और अपने आराध्य कों नाली के ऊपर रखें?
होटल, नर्सिंग होम, बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों का 50 साल पुराना टैक्स
संत कुमार ने कहा कि शहर मे स्थित होटल, नर्सिंग होम, बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों का 50 साल पुराना टैक्स लगा हुआ है। मैने स्वकर प्रणाली लागू किया तो सभी लोग इसका विरोध कर रहे है। कहा कि मै नगर पालिका की आर्थिक स्थिति सुधारना चाहता हूं लेकिन स्थानीय लोग सहयोग नहीं कर रहे है।
250 करोड़ की संपत्तियों पर अवैध कब्जा
चेयरमैन ने कहा कि मेरे द्वारा सर्वे कराकर यह चिन्हित कराया गया है कि नगर पालिका परिषद की लगभग 250 करोड़ रूपये की संपत्तियों पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि सतीश चंद कॉलेज के पास स्थित करोड़ों की संपत्ति कों लोगों ने गलत तरीके से अपने नाम कर लिया है, जिसको कब्जा मुक्त कराने के लिये तीन महीने पहले ईओ कों आदेश दे रखा हूं लेकिन प्रशासन ने अब तक फ़ोर्स नहीं दिया है जिससे अतिक्रमण हटाया जा सकें।
टैक्स वसूली मे रसड़ा व मोहम्मदाबाद से भी पीछे
चेयरमैन संत कुमार ने कहा कि टैक्स वसूली मे हमारी स्थिति काफी ख़राब है। हमारी वसूली से दुगनी रसड़ा की और चार गुनी मोहम्मदाबाद की वसूली है। बलिया मे लोग टैक्स नहीं देना चाहते है। वावजूद इनको सभी सुविधाएं चाहिये। कहा कि नगर पालिका एक स्वशाषी संस्था है, इसको शासन से जो भी मदद मिलती है वह कर्ज के रूप मे मिलती है। मेरा जन मानस से अनुरोध है कि टैक्स जमा कीजिये और नगर पालिका की आर्थिक स्थिति कों सुधारिये।