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जे एन सी यू मे दीक्षान्त समारोह के अंतर्गत भारत का संविधान और लोकतंत्र, विषयक संगोष्ठी का आयोजन

 




बलिया।। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय  के हजारी प्रसाद द्विवेदी अकादमी भवन स्थित स्मार्ट कक्ष में कुलपति प्रोफ़ेसर संजीत कुमार गुप्ता  के संरक्षण और मार्गदर्शन में, राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा छठवें दीक्षांत समारोह के अन्तर्गत एक दिवसीय संगोष्ठी  विषय *भारत का संविधान और लोकतंत्र* का आयोजन किया गया,  कार्यक्रम की विधिवत शुरूवात ज्ञान की देवी मां सरस्वती जी के चित्र पर, माननीय कुलपति प्रो० संजीत कुमार गुप्ता, मुख्य वक्ता श्री विवेक कुमार राय, सहायक आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग, श्री सुदृस्टि बाबा स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सुदिष्टपुरी, रानीगंज, बलिया, विभागाध्यक्ष डा० रजनी चौबे तथा प्राध्यापक डाo मनोज कुमार और डा० छबिलाल व डाँ0 अनुराधा राय द्वारा पुष्पर्चन कर किया गया।

मुख्य वक्ता ने भारत के संविधान में वर्णित सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। आपने बताया कि सामाजिक समस्या के समाधान के लिए समग्र रूप से देखने की आवश्यकता है और समग्रता में देखने की दृष्टि संविधान में वर्णित  बिन्दुओं को समग्रता में पढ़ने के बाद ही आएगी और साथ ही साथ आपने लोकतंत्र के  बहुआयामी पक्ष पर भी अपने विचार व्यक्त किए।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो संजीत कुमार गुप्ता ने की, आपने समस्त सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य पर विस्तार पूर्वक चर्चा की तथा सामाजिक ताने-बाने को बनाए रखने में संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।  साथ-साथ वक्ताओं के विचारों को स्पष्ट करते हुए उस पर विस्तार से चर्चा की। व्याख्या में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर के सहभागिता की।





कार्यकर्म का संचालन एम ए राजनीति विज्ञान, तृतीय सेमेस्टर के छात्र सौरभ कुमार ने की,  तथा धन्यवाद प्रस्ताव डां छबिलाल, सहायक आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग के द्वारा संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रो धर्मेंद्र सिंह, अधिष्ठाता, कृषि विज्ञान संकाय, डॉ पुष्पा मिश्रा, निदेशक शैक्षणिक, डॉ प्रियंका सिंह, कुलानुशासक, डॉ अजय कुमार चौबे, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण, राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डां रजनी चौबे,  डां अनुराधा राय, डां मनोज कुमार व  तथा विश्वविधालय के समस्त विधार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।


जननायक चन्द्रशेखर विश्विद्यालय  के षष्ठः दीक्षांत समारोह से पूर्व कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता के संरक्षण में विश्विविद्यालय परिसर द्वारा मनाये जा रहे दीक्षांत सप्ताह के अन्तर्गत आज मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास और प्राचीन इतिहास विभाग द्वारा व्याख्यान आयोजित किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने भारत की समृद्ध संस्कृति का महत्व छात्रों को बताते हुए उन्हें इससे सीख लेने को कहा  साथ ही नवीनता और अपनी धरोहर में तालमेल बनाकर निरंतर आगे बढ़ने को प्रेरित भी किये । व्याख्यान के मुख्य वक्ता डॉ० शुभनीत कौशिक ने " वासुदेव शरण अग्रवाल और उनकी इतिहास दृष्टि " विषय पर बोलते हुए वासुदेव शरण अग्रवाल द्वारा किये गए विस्तृत इतिहास लेखन पर पाणिनी कालीन भारत वर्ष से लेकर जायसी तक की उनकी इतिहास दृष्टि की सारगर्भित चर्चा की । क्षेत्रीय अध्यन पर अग्रवाल द्वारा लिखा गया जनपदीय अध्ययन की आँख पर बोलते हुए डॉ० शुभनीत कौशिक ने इतिहास लेखन में प्रारम्भ 1950 के दशक से जनपदीय आन्दोलन सहित अग्रवाल के इतिहास दर्शन पर विस्तृत प्रकाश डाला। अग्रवाल के इतिहास लेखन पर बोलते हुए डॉ० शुभनीत कौशिक ने भगवत शरण उपाध्याय , प्रभुदयाल , शिव पूजन सहाय , ई० एच० कार , आर०जी० कॉलिंगवुड जैसे इतिहासकारों का व्यापक संदर्भ दिया । कार्यक्रम में उपस्थित विद्वतजनों का स्वागत प्राचीन इतिहास विभाग के प्राध्यापक डॉ० विनीत सिंह ने किया तथा मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के प्राध्यापक डॉ० शैलेन्द्र कुमार सिंह द्वारा धन्यवाद् ज्ञापित किया गया ।  व्याख्यान में निदेशक शैक्षणिक डॉ० पुष्पा मिश्रा , कुलानुशासक डॉ० प्रियंका सिंह , छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ० अजय चौबे सहित परिसर के प्राध्यापकगण , विद्यार्थीयों सहित तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे ।

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