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यूपी में लगातार 5वें साल नहीं बढ़ी बिजली की दरें : नियामक आयोग ने बिजली कम्पनीयों के मंसूबे पर फेरा पानी



लखनऊ।। 

वर्तमान वर्ष में 17511 करोड़ की सब्सिडी घोषित की 

स्मार्ट प्रीपेड कनेक्शन जोड़ने,काटने का प्रस्तावित शुल्क खारिज 

UPPCL का 10 रुपए SMS शुल्क नियामक आयोग से खारिज 

3 किलोवाट के उपभोक्ता भी थ्री फेस कनेक्शन ले सकेंगे

बिजली कंपनियों ने दिखाया था 11203 करोड़ का घाटा

विद्युत कंपनियों पर 33122 करोड़ निकल रहा था सरप्लस.

दशहरे-दिवाली पर उत्तर प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को तोहफ़ा...

उत्तर प्रदेश में इस वर्ष (2024-25) भी  बिजली की दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं होगी। 

लगातार पाँचवें वर्ष सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए देय बिजली की टैरिफ दरें अपरिवर्तित रहेंगी। 


इतना ही नहीं...


1. विदेश के साथ निर्यात करने वाले जो उद्यमी ग्रीन टैरिफ़ का लाभ लेते हैं उनकी दरों में कमी आयेगी। जो उद्यमी इसका लाभ ले रहे हैं उनकी इनपुट कॉस्ट में अब कमी आएगी । 

2. सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन का सस्ता टैरिफ (एलएमवी-11) अब राज्य सड़क परिवहन के ईवी चार्जिंग स्टेशनों पर भी लागू होंगे। जो बस अड्डे EV बसों की चार्जिंग का कार्य कर रहे थे उनकी भी दर में काफ़ी कमी आएगी। 

3. क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) पर मेट्रो रेल सेवाओं के समान दरें लागू होंगी। अर्थात् यह सस्ता होगा। 

4. आईटी/आईटीईएस उद्योग (150 kv तक अब एचवी-2 औद्योगिक टैरिफ दरों के लिए पात्र हैं। 

5. स्मार्ट मीटर के डिस्कनेक्शन और रीकनेक्शन के लिए 50 रुपये का शुल्क समाप्त कर दिया गया है।

अच्छी बिजली और सस्ती बिजली का यह ऐतिहासिक संगम है।