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जो मैं गुदगुदाऊं तो पत्थर भी हंस पड़े-योगेंद्र मिश्रा




जगदीश साहित्य संस्थान के हौसले की उड़ान कार्यक्रम में हुआ कवियों का सम्मान

 प्रयागराज।। साहित्य की भूमि प्रयागराज में साहित्य के सरोकारों में एक नया आयाम जोड़ने को प्रतिबद्ध प्रतिष्ठित जगदीश साहित्य संस्थान के द्वारा 14 अक्टूबर 2024 को हिंदुस्तानी एकेडमी के प्रागंण मे "हौसलों की उड़ान" कार्यक्रम के तहत देश विदेश से आमंत्रित विशिष्ट साहित्यकारों का सम्मान किया गया. आमंत्रित साहित्यकारों के द्वारा अपनी रचनाओं को दो सत्रों में विभाजित कवि गोष्ठी में प्रस्तुति के उपरांत उन्हे "साहित्य मार्तण्ड अलंकरण" सम्मान के अंतर्गत स्मृति चिन्ह्, अंगवस्त्र ससम्मान भेंट किया गया।





सरस्वती वंदना के पश्चात सम्मान समारोह से पहले जगदीश साहित्य संस्थान की संस्थापिका जगदीश कौर के साझा काव्य संकलन "हौसलों की उड़ान " और एकल काव्य संग्रह "दीश के मन की" का विमोचन आमंत्रित मुख्य अतिथि श्री हरजिंदर सिंह दिलगीर, श्री राजिंदर सिंह बेदी और अन्य विशिष्ट अतिथियों के द्वारा किया गया। डॉ कुमार वर्मा तथा अरविंद मालवीय की अध्यक्षता में आयोजित कवि डॉ योगेन्द्र कुमार मिश्र 'विश्वबन्धु', डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय,आर के मतंग, महेन्द्र भट्ट, कांति श्रीवास्तव, अरविंद के पांडेय, सूरज कांत, शशि जायसवाल, मनमोहन सिंह तन्हा, अनीता मिश्रा,  शिव कुमार मिश्र, शरद नारायण खरे, सुनीता ममगाई, कविता उपाध्याय, रंजना पांडेय, अन्नपूर्णा मालवीय, आदर्श पांडेय आदि रहे। मुख्य अतिथि सरदारनी गोविन्द कौर ने संस्थान के द्वारा साहित्य के उत्थान के लिए किये जा रहे कार्यो की भूरि भूरि प्रशंसा की.सरदार हरजिंदर सिंघ दिलगीर जी,सरदार हरजिंदर सिंह,सरदार राजिंदर कौर व जाने-माने कवि-कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा ने भी संस्थान के कार्य के लिए अपनी शुभ कामनाएं प्रेषित की। जगदीश कौर ने कार्यक्रम का संचालन किया।