रामलीला का आठवा दिन :खर दूषण बध, सूर्पनखा का नाक कटना, सीता हरण, शबरी को नवधा भक्ति का उपदेश का जीवंत मंचन, दर्शक हुए गदगद
संतोष कुमार द्विवेदी
नगरा, बलिया।।सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वाधान में जनता इंटर कालेज के मैदान में आयोजित रामलीला में आठवें दिन मंगलवार को कलाकारों द्वारा खर दूषण वध, सीता हरण का सजीव चित्रण कर सैकड़ों दर्शको का मन मोह लिया। लीला का शुभारम्भ नगर पालिका रसड़ा के पूर्व अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सोनी, नगरा चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर राम,शहबान ग्रुप के चेयरमैन इश्तेयाक अहमद, ब्लूमिंग बड्स स्कुल के प्रबंधक अभिषेक यादव एवं प्रो समरजीत बहादुर सिंह आदि ने संयुक्त रूप से सीताराम की झांकी का आरती पूजन कर दिया।
कलाकारों द्वारामंचित लीला के अनुसार पंचवटी में पहुंचने पर सुपर्णनखा सुंदर नारी का रुप धारण कर राम लक्ष्मण के सामने विवाह का प्रस्ताव रखती है। राम लखन द्वारा मना करने पर सुपर्णनखा अपना असली रुप धारण कर सीता को खाने के लिए दौड़ती है। राम के इशारे पर लक्ष्मण सुपर्णनखा का नाक कान काट लेते हैं। सुपर्णनखा बिलखती अपने भाई खर दूषण के पास पहुंचती है। सुपर्णनखा की स्थिति देखकर खर दूषण चौदह हजार सेना के साथ राम से युद्ध करने पहुंचते हैं और राम द्वारा उनका वध किया जाता हैं।
इसके बाद सुपर्णनखा अपने भाई लंका पति रावण के जाकर अपनी व्यथा बताती है। सुपर्ण नखा के कहने पर रावण मारीच को सोने का मृग बनकर वन में विचरण करने को कहता है। सोने की मृग देखकर सीता उसे लाने की जिद राम से करती है। राम सोने की मृग पकड़ने के लिए उसके पीछे भागते हैं और लक्ष्मण को सीता की रखवाली का निर्देश देते हैं। उधर सोने का मृग बना मारीच षड्यंत्र करता है और राम राम पुकारता है। सीता के कहने पर लक्ष्मण एक रेखा खींचकर राम की खोज करने निकल पड़ते हैं और इधर रावण साधु का रुप धारण सीता का हरण कर लेता है। इसके बाद राम लक्ष्मण सीता को ढूंढते हुए शबरी आश्रम में पहुंचते हैं और वहां नवधा भक्ति का उपदेश देकर शबरी को मोक्ष प्रदान करने के बाद कृष्किंधा पर्वत पर पहुंचते हैं। वहां धनुष बाण से सुसज्जित दो बलकल वस्त्र धारी बालको को देखकर सुग्रीव डर जाते हैं और उनके बारे में पता लगाने के लिए हनुमान जी को भेजते हैं। हनुमान जी अग्नि को साक्षी मानकर राम सुग्रीव की मित्रता कराते हैं।
बीच बीच में मां काली, बेटी बचाओ की मनमोहक झांकी देखकर दर्शक गदगद हो उठे। सभासद चंद्रभान, कुंज बिहारी, अध्यक्ष राजेश गुप्ता, उपाध्यक्ष रामायण ठाकुर, महामंत्री गणपति गोड, डा शशि प्रकाश कुशवाहा,कोषाध्यक्ष सुनील गुप्ता, व्यवस्थापक मन्नू मद्धेशिया,संजय सोनी, अनिल गुप्ता, बबलू कसेरा, राम प्रसाद गुप्ता, संयोजक हरेराम गुप्ता, सह संयोजक राम दरस यादव, राहुल ठाकुर, रियांशू जायसवाल, अमन कुमार सहित तमाम गणमान्य नागरिक, अतिथि गण, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता तथा सैकड़ों की संख्या में दर्शक मौजूद रहें। मंच का संचालन एंकर राजकुमार यादव ने किया।