फुल मैराथन में जम्मू के रविदास ने मारी बाजी :हाफ मैराथन में पंकज व दस में प्रिंस राज यादव तथा पांच किमी दौड़ में यशवीर रहे अव्वल
मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र "दयालु" व परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने दिखाई मैराथन दौड़ के लिये हरी झंडी
बलिया।। द्वाबा के मालवीय पूर्व विधायक मैनेजर सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित मैराथन में जम्मू कश्मीर के उधमपुर निवासी रविदास ने प्रथम स्थान हासिल किया। इनसे दो सेकेंड के अंतराल पर पहुंचे भदोही के कुलदीप सिंह द्वितीय व लखनऊ के रवि कुमार पाल ने तृतीय स्थान हासिल किया। मैराथन में प्रथम स्थान पाए रविदास ने कुल दो घंटे बाइस मिनट में 42.195 किमी की दौड़ को पूरा किया। यह पूर्व के भी कई मैराथन में जीत हासिल कर चुके हैं। इसके अलावा हाफ मैराथन 21 किमी में वाराणसी के पंकज कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसमें हिसार हरियाणा के रवि कुमार द्वितीय व गोरखपुर के रंजीत पटेल ने दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त किया।
दस किमी में प्रिंस राज यादव प्रथम व त्रिलोक कुमार तथा अमित कुमार ने द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। वही 5 किलोमीटर में फरीदाबाद के यशवीर प्रथम व सुल्तानपुर के पंकज यादव द्वितीय तथा हिसार हरियाणा के संदीप कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मैराथन में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रविदास को प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र "दयालु" ने डेढ़ लाख रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया। इसमें दूसरे स्थान पर आए कुलदीप सिंह को 1 लाख व रवि कुमार पाल को 75 हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। हाफ मैराथन में प्रथम विजेता को 75 हजार व द्वितीय को 50 हजार व तृतीय को 30 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी गई। 10 किमी की दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम विजेता को 25 हजार द्वितीय को 15 हजार व तृतीय को 10 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी गई। 5 किमी की दौड़ प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार 10 हजार व द्वितीय को 7 हजार तथा तृतीय को 5 हजार की राशि प्रदान की गई। इसके अलावा सभी श्रेणियों में 35वें स्थान तक आए प्रतिभागियों को नगद पुरस्कार राशि दी गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 7:00 बजे कुंवर सिंह चौराहे से किया गया। शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र "दयालु" व परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर किया। इसमें पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर के साथ ही सीडीओ ओजस्वी राज व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। मैराथन का समापन बैरिया स्थित बाबू मैनेजर सिंह की प्रतिमा स्थल पर जाकर संपन्न हुआ। हाफ मैराथन हल्दी भरसौंता पेट्रोल पंप के पास संपन्न हुआ। 10 किलोमीटर की दौड़ प्रतियोगिता जननी तक तथा 5 किलोमीटर की कदम चौराहा पर संपन्न हुआ। सभी विजेताओं को पुरस्कार राज बैरिया सुदिष्टपुरी स्थित सुदिष्ट बाबा स्कूल पर प्रदान किया गया।
आयोजन के मुख्य अतिथि दयाशंकर मिश्र "दयालु" ने कहा कि यह पूरे जनपद के लिए गौरव की बात है। यह प्रदेश का चौथा मैराथन है जो इतनी भव्यता के साथ संपन्न हुआ। आने वाले वर्ष में इस आयोजन को और भी भव्य रूप प्रदान किया जाएगा। कहा कि बलिया का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है और यहां के लोग अपनी प्रतिभा के दम पर पूरे विश्व में अमिट छाप बनाए हुए हैं। द्वाबा के मालवीय कहे जाने वाले बाबू मैनेजर सिंह की तीसवीं पुण्यतिथि पर आयोजित यह कार्यक्रम सभी के लिए प्रेरणादायी रहेगा। बलिया के स्थापना दिवस पर हर वर्ष आयोजित होने वाला बलिया महोत्सव के कार्यक्रम को आगे और भी बृहद रूप दिया जाएगा।
परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने कहा कि मेरे मामा मैनेजर सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित यह मैराथन पूरे जनपद के सहयोग से सकुशल संपन्न हुआ। यह आयोजन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। कहा कि युवाओं के लिए जिले में कई स्तर पर विकास के मानचित्र को तैयार किया गया है जो आगे आने वाले दिनों में स्पष्ट दिखाई देगा। प्रदेश सरकार के सहयोग से जिले में विकास के कई कार्यो को कराया जा रहा है और आगे भी जो कार्य आम जनमानस के जनहित में होगा उसे निश्चित तौर पर पूरा किया जाएगा। इस दौरान आयोजन समिति के लोगों द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया गया।
सुदिष्टपूरी स्कूल के प्रबंधक मनु सिंह ने सभी अतिथियों का माला पहना कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन अमिताभ उपाध्याय ने किया। मैराथन का सफल संचालन करने वाले एथलीट संगठन के पंकज सिंह को सम्मानित किया गया। आयोजन में निर्णायक की भूमिका में कई सदस्य बाहर से आए थे। मैराथन व अन्य दौड़ प्रतियोगिताओं में पूरे देश भर के अलग-अलग राज्यों से आए करीब एक हजार से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया। आयोजन में पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, विजय लक्ष्मी सिंह आदि मौजूद रहे।
मैनेजर सिंह की प्रतिमा पर किए माल्यार्पण
बलिया: इस दौरान बैरिया तिराहे पर स्थित बाबू मैनेजर सिंह की प्रतिमा स्थल पर लोगों ने माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मंत्रीद्वय दयाशंकर मिश्र "दयालु" व दयाशंकर सिंह ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।