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उप निबंधक कार्यालय को न हटाने के लिये दस्तावेज लेखकों का धरना, मुख्यमंत्री, महानिरीक्षक निबंधन, मंडलायुक्त को भेजा ज्ञापन, बताया सुरक्षा की दृष्टि से यही सही



रिपोर्ट अखिलेश सैनी

रसड़ा बलिया।। एक तरफ रसड़ा तहसील के अधिवक्ता रजिस्ट्री कार्यालय को तहसील परिसर मे लें जाने के लिये अभी दो दिन पहले ही आंदोलनरत थे और एसडीएम के आश्वासन कि 22 अक्टूबर से रजिस्ट्री कार्यालय तहसील परिसर मे कार्य करने लगेगा, के बाद आंदोलन खत्म किये थे। लेकिन गुरुवार को दस्तावेज लेखकों ने हड़ताल करके कार्यालय को तहसील परिसर मे न लें जाने के लिये आंदोलन किये। इन लोगों ने मुख्यमंत्री, महानिरीक्षक निबंधन, आयुक्त को ज्ञापन भेज कर सुरक्षा के बिन्दुओ को दर्शा कर कार्यालय को वर्तमान जगह मे ही संचालन जारी रखने की मांग की है।

अनिश्चितकालीन धरना शुरू, कामकाज रहा ठप्प 

रसड़ा नगर के मुंसफी तिराहे के पास स्थित रजिस्ट्री कार्यालय (उपनिबंधक कार्यालय) के तहसील परिसर के भवन में शिफ्ट होने की चर्चा के बीच गुरूवार को रजिस्ट्री कार्यालय के दस्तावेज लेखकों ने सभी काम-काम ठप कर मोर्चा खोलते हुए अनिश्चितकालीन धरना निबंधक कार्यालय परिसर में शुरू कर दिए जाने से पूरे दिन निबंधक कार्यालय का समस्त कार्यकाज ठप्प रहा। दस्तावेज लेखकों द्वारा मुख्यमंत्री, महानिरीक्षक निबंधन, मडलायुक्त, जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को भेजे गए ज्ञापन पत्र में कहा गया है कि रसड़ा उपनिबंधक कार्यालय स्थापना के समय से जहां स्थापित है इसके बाउंड्री से ठीक सटे रसड़ा कोतवाली है जो सुरक्षा के दृष्टि से क्रेता एवं विक्रेाओ के लिए बहुत उचित है। 

साथ ही साथ 50 मीटर के आस-पास स्टेट बैंक सहित अन्य बैंकों की शाखाए भी हैं। ऐसे में ढाई किमी दूर तहसील भवन में ले जाने के बेहतर होगा कि समीप ही राजकीय भवन की बिल्डिंग संपूर्ण रूप से खाली है तथा वहां दस्तावेज लेखकों एवं स्टाम्प वेंडरों को बैठकर अपने लेखन कार्य करने की पर्याप्त जगह है उसे वहां शिफ्ट किया जाय। इस धरने मे मुख्यरूप से दिनेश मिश्र, देवानंद सिंह, सुरेश कुमार, प्रतीक सिंह, भोला राम, नागेंद्र सिंह, संजय कुमार, अशोक कुमार यादव, सुरेश पांडेय,लल्लन प्रसाद, शिवजी सिंह, सुभाषचंद्र, नैपाल सिंह, शक्तिरंजन चौधरी, भगवान पांडेय आदि दस्तावेज लेखक शामिल रहे।