एक राजनैतिक सलाह का लेता था 100 करोड़, साठ साल से अधिक उम्र वालों को देंगे 2000 मासिक पेंशन, 14 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों मे दिलाएंगे निःशुल्क शिक्षा : प्रशांत किशोर
पटना बिहार।। आगामी चुनाव मे चुनाव प्रचार मे कहां से धन खर्चा करेंगे प्रशांत किशोर? लगातार पूंछे जाने वाले इस सवाल का प्रशांत किशोर ने जबाब दे दिया है। प्रशांत किशोर ने खुद से जुड़े इस बात का खुलासा बिहार में होने वाले उप चुनाव के दौरान प्रचार प्रसार के दौरान बेलागंज में 31 अक्टूबर को किया. दरअसल, 13 नवंबर को बिहार के चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें पहली बार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी चुनावी मैदान में उतर रही है. प्रशांत किशोर ने चारों सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं जिसमें बेलागंज, इमामगंज, रामगढ़ और तरारी शामिल है.
सिर्फ सलाह देने के लिए लेता हूं 100 करोड़
31 अक्टूबर को जब बेलागंज में प्रशांत किशोर जन सुराज प्रत्याशी मोहम्मद अमजद के समर्थन में प्रचार प्रसार कर रहे थे, तभी अपने संबोधन के दौरान उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों से कहा कि उनसे हमेशा यह सवाल पूछा जाता है कि वह अपने अभियान के लिए पैसा कहां से लाते हैं? इसी का उन्होंने जवाब दिया और खुलासा किया कि वह किसी भी पार्टी या दल के नेता को एक सलाह देने का 100 करोड़ से भी ज्यादा फीस लेते थे.
10 राज्यों में चल रही मेरी बनाई सरकार- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने एक चुनावी रैली में कहा, "प्रशांत किशोर का बनाया हुआ 10 राज्य में सरकार चल रहा है, तो हमको क्या अपना अभियान के लिए टेंट और तंबू लगाने के लिए पैसा नहीं मिलेगा? इतना हमको कमजोर समझ रहे हो आप? बिहार में जितना किसी ने सुना नहीं होगा, हम एक चुनाव में किसी को सलाह देते हैं तो हमारा फीस है 100 करोड़ रूपया या उससे ज्यादा."
प्रशांत किशोर ने आगे कहा, "हम 2 साल तक अपने अभियान के लिए टेंट और तंबू लगाते रहेंगे और उसके बदले केवल एक चुनाव में जाकर किसी को सलाह देंगे तो सारा पैसा 1 दिन में आ जाएगा."
किसी राजनीतिक दल के संस्थापक के रूप में पहली बार जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बिहार में होने वाले चुनाव के लिए पूरे बिहार में छोटी-छोटी रैलियाँ कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर का जनता से तीन वादा
दो दिग्गजों – नीतीश कुमार की जेडीयू और तेजस्वी यादव की राजद के खिलाफ, राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने किशोर प्रतिद्वंद्वियों पर प्रहार करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। अपने नये राजनीतिक अभियान में, जन सुराज के संस्थापक किशोर ने बिहार के लोगों से तीन वादे किए। इस में बुजुर्गों के लिए मासिक पेंशन, युवाओं के लिए नौकरियां और राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा शामिल है।
एक सभा को संबोधित करते हुए, किशोर ने कहा कि एक बार सत्ता में आने के बाद, जन सुराज सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि जो लोग अकुशल हैं, नौकरियों की तलाश में बिहार से बाहर जा रहे हैं, उन्हें राज्य में समान नौकरियां मिलेंगी और वे प्रति व्यक्ति 10,000 रुपये से 12,000 रुप ये तक महीना कमा सकेंगे। जन सुराज संस्थापक ने इससे पहले मासिक पेंशन राशि को पांच गुना बढ़ाने का वादा किया था। उन्होंने कहा, "नीतीश सरकार भीख बांटने की तरह 400 रुपये पेंशन दे रही है। हमारी सरकार बनने पर हम 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष, महिला को प्रति माह 2,000 रुपये पेंशन देंगे।"
किशोर ने आगे कहा कि अच्छी शिक्षा के बिना गरीबी दूर किये न हीं हो सकती। उन्होंने कहा, “जब तक बिहार के सरकारी स्कूल बेहतर नहीं हो जाते, 14 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में राज्य प्रायोजित शिक्षा मिलेगी।"
पलायन व गरीबी को उठाकर एनडीए और इंडिया गठबंधन की राह कर रहे है मुश्किल
बता दे कि बिहार में अगले साल नवंबर के आसपास चुनाव होंगे जहां जन सुराज का मुकाबला एनडीए (बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी-आरवी, एचएएम) और इंडिया गठबंधन (कांग्रेस, राज द, सीपीआईएम) से होगा। चूँकि पलायन और गरीबी बिहार के लिए दो सबसे बड़ी चिंताएँ हैं जो दशकों से अनसुलझी हैं, किशोर इन बड़े मुद्दों पर वादे करके राज्य के लोगों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि, केवल नतीजे ही बताएंगे कि आने वाले चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को कितनी सफलता मिलेगी।