ददरी मेला मे भूमि आवंटन मे देरी से मेला मे नहीं आयी अभी रौनक़, लगभग एक करोड़ का राजस्व देने वाले झूला व्यवसायी को घाटा लगने का अंदेशा
मधुसूदन सिंह
बलिया।। ददरी मेला मे दुकानों के लगाने के लिये जमीन आवंटन मे देरी के चलते इस बार मेला कार्तिक पूर्णिमा (15 नवंबर ) से 4 दिन बीत जाने के बाद भी पूरी तरह से अभी अपनी रौनक़ मे नहीं आया है। रविवार को मेला के सभी दुकानदारों की बिक्री बम्पर होती है, यही कारण है दुकानदार रविवार का इंतजार करते है। लेकिन इस बार पहला रविवार दुकानदारों के लिये मायूसी भरा रहा। क्योंकि अभी सभी लोग अभी अपनी दुकानों को सजाने मे लगे हुए है। इन लोगों का कहना था कि अभी दुकानों को सजाने मे दो दिन और लगेंगे।
वही अकेले लगभग एक करोड़ का राजस्व देने वाले झूला कम्पनी के मालिक मोनू का कहना था कि जमीन मिलने मे देर, मेरे लिये काफी नुकसान दायक साबित हो रहा है। कहा कि अभी आप लोग खुद देखिये, मेरे सारे झूले लगने की प्रक्रिया मे है। इनको लगने मे अभी कम से कम दो से तीन दिन लगेंगे। कहा कि अगर जिला प्रशासन मेला को आगे नहीं बढ़ायेगा तो नुकसान होना तय है।
झूलों के दर के संबंध मे श्री मोनू ने कहा कि 30 रूपये से लेकर 80 रूपये तक एक टिकट का दाम रखा गया है। झूलों के बीच मे खाली जमीनों पर लगी दुकानों के संबंध मे कहा कि ये स्थानीय लोगों की दुकाने है जो दबंगई के बल पर लगाये हुए है, इनसे हमारा कोई मतलब नहीं है।