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सिकंदरपुर क्षेत्र मे धड़ल्ले से जलायी जा रही है पराली, नहीं दिख रहा प्रशासनिक खौफ



रिपोर्टः नजरूलबारी

सिकन्दरपुर, बलिया। कई खेतों में किसान धड़ल्ले से बेखौफ होकर पराली जला रहे हैं। उन्हें न तो प्रशासन की कार्रवाई का डर है और न ही कोर्ट के आदेश की परवाह। ऐसे में पराली जलाने के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है और चारों ओर धुंध फैलने से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।







क्षेत्र में धान और गेहूं की खेती प्रमुख रूप से की जाती है। इस समय धान की कटाई का समय चल रहा है। इस बार बाढ़ और बारिश की वजह से फसल को काफी नुकसान हुआ है, ऐसे में किसानों ने अपनी फसल को मजदूरों के बजाय कंबाइन मशीन से काटना शुरू कर दिया है। धान की कटाई के बाद बची फसल के अवशेष का निस्तारण करने के बजाय कई किसान इसे खेतों में जला रहे हैं। पराली जलने से जहां इसका धुआं वातावरण के प्रदूषण में बढ़ोतरी कर रहा है वहीं श्वांस के रोगियों को भी दिक्कत हो रही है। प्रशासन के अधिकारी इसे लेकर सख्त नहीं दिखाई दे रहे हैं।