कला प्रतियोगिताओं से मिलता है विद्यार्थियों के अंदर छुपी प्रतिभा निखारने का अवसर --कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा
केपी इंटर कॉलेज में संस्थापक जयंती समारोह पर रंगोली, पोस्टर, निबंध प्रतियोगिता सपन्न
प्रयागराज।।संस्थापक जयंती सप्ताह समारोह के अंतर्गत आज तीसरे दिन के पी इंटर कालेज में रंगोली , पोस्टर और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में छात्र/छात्राओं की 9 टोलियों ने प्रतिभाग किया। पोस्टर प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में 27 तथा सीनियर वर्ग मैं 36 छात्र/छात्राओं ने तथा निबंध प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में 47 तथा सीनियर वर्ग में 66 छात्र/छात्राओं ने हिस्सा लिया ।
राज्य ललित कला अकादमी के सदस्य कलाकार रवींद्र कुशवाहा इस समारोह के मुख्य अतिथि एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सचिन सैनी विशिष्ट अतिथि थे जिन्होंने रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका का निर्वाह भी किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कलाकार रवींद्र कुशवाहा ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों के अंदर छुपी प्रतिभा को उजागर होने का मौका मिलता है। प्रधानाचार्य डॉ योगेन्द्र सिंह ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज आयोजित सभी प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को 2 दिसंबर को आयोजित होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।
रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिता का परिणाम इस प्रकार रहा -रंगोली प्रतियोगिता- कक्षा 11(A2) की नेहा और निधि द्वारा निर्मित बेटी बचाओ की थीम पर आधारित अल्पना को प्रथम,11(A2 )ही की स्वाती सिंह और अर्चिता केशरी द्वारा संस्थापक मुंशी कालीप्रसाद कुल भास्कर के व्यक्तित्व का चित्रण करने वाली अल्पना को द्वितीय तथा दिव्य महाकुंभ की थीम पर आधारित 11(B2 )की आकृति कश्यप एवं आस्था की अल्पना को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। पोस्टर प्रतियोगिता- जूनियर वर्ग-अंकित सोनी 8A प्रथम, इल्मां रहमान 9(B2) द्वितीय, प्रतीक सिंह 8A एवं वंश शर्मा 9(B2) तृतीय। सीनियर वर्ग- स्वाती सिंह 11(A2) प्रथम,कृष्ण कुमार 11B3 द्वितीय, हर्ष कुमार 11(A1) तृतीय।
निबंध प्रतियोगिता का परिणाम 2 दिसंबर को पुरस्कार वितरण समारोह में घोषित किया जाएगा।प्रतियोगिता संपन्न कराने में सुदीप कुमार, राकेश कुमार डा रिंकू बसु, प्रवीण चंद्र शर्मेन्द्र यादव,देवांशी शर्मा, दिव्या पाण्डेय , वैशाली श्रीवास्तव आदि शिक्षक, शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।