घुड़दौड़ प्रतियोगिता में घोड़ा-वीर को प्रथम स्थान, घोड़ा-बजरंगी को द्वितीय स्थान तथा घोड़ा-बिजली रानी को मिला तृतीय स्थान , बिना सवार के दौड़ा कल्लू राजा
बलिया।। ददरी मेला में आज चेतक प्रतियोगिता (घुड़दौड़) का आयोजन किया गया। पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त एवं अध्यक्ष,नगर पालिका परिषद बलिया संत कुमार उर्फ मिठाई लाल गुप्ता ने फीता काटकर एवं हरी झंडी दिखाकर चेतक प्रतियोगिता (घुड़दौड़) का शुभारंभ किया।
अधिशासी अधिकारी सुभाष कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की चेतक प्रतियोगिता (घुड़दौड़) के लिए पांच घोड़ों का एक समूह बनाया गया। प्रत्येक समूह ने पहले राउंड में तीन चक्कर लगाए ।प्रत्येक समूह से दो विजेता घोड़े फाइनल राउंड में गए। इस प्रकार फाइनल राउंड में आठ घोड़ों को प्रवेश मिला । फाइनल राउंड में सभी घोड़ों द्वारा चार चक्कर लगाया जाना था ।
फाइनल में प्रदर्शन के आधार पर प्रथम पुरस्कार, द्वितीय पुरस्कार, तृतीय पुरस्कार एवं सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि घुड़दौड़ प्रतियोगिता में घोड़ा-वीर (घोड़ा के मुखिया का नाम अमोद) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। घोड़ा-बजरंगी (घोड़ा स्वामी श्रीकांत पाण्डेय) ने द्वितीय स्थान तथा घोड़ा-बिजली रानी (घोड़ा स्वामी नेपाल पाण्डेय) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता में घोड़ा-कल्लू राजा के स्वामी कृष्णानंद पाण्डेय, घोड़ा-रॉकेट के स्वामी हरेराम तथा घोड़ा-पूर्वांचल एक्सप्रेस के स्वामी मोहम्मद मकसूद को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
सूच्य हो कि घोड़ा कल्लू राजा, विजेता घोड़ा वीर को जबरदस्त टक्कर दे रहा था और वीर के बराबर ही था लेकिन दूसरे राउंड के बाद कल्लू राजा के घुड़सवार नीचे गिर गये। कल्लू राजा बिना सवार के ही मैदान मे चक्कर लगाता रहा और अंतिम राउंड मे उसको घेर कर रोका गया।