कौव्वाली नाइट्स में दर्शकों के अकाल के बावजूद अल्ताफ़ राजा ने अपने सुर व गायकी से बाँधी शमा
बलिया।। ऐतिहासिक ददरी मेले में भारतेन्दु कला मंच के तत्वाधान में कव्वाली नाइट्स कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कव्वाली नाइट्स में बलिया पहुंचे ख्यातिलब्ध गायक अल्ताफ राजा ने अपने सुर व गायकी से गिनती के श्रोता होने के वावजूद शमा बांध दिया। भारतेन्दु कला मंच पर आयोजित इस कार्यक्रम ने दर्शकों के इंतजार मे अंत तक टकटकी लगाये रखी । एक बार फिर जिला प्रशासन कार्यक्रम मे दर्शकों को लाने मे पूरी तरह से असफल रहा।
अल्ताफ राजा के मंच पर चढ़ते ही भृगु बाबा के जयघोष से पूरा पांडाल गूंजित हो उठा। अल्ताफ राजा ने "आवारा हवा का झोंका हूं, आ निकला हूं पल दो पल के लिए" जैसे ही गाना शुरू किया, उपस्थित दर्शक झूमने लगे। डम-डम डिगा-डिगा मौसम भींगा-भींगा,बिन पीये मैं तो गिरा,मैं तो गिरा हाय अल्ला,सूरत आपकी सुभान अल्ला" को श्रोताओं ने बड़े चाव से सुना। मुठी भर दर्शकों के होने के बावजूद,दर्शकों की माँग पर अल्ताफ़ ने जब “तुम तो ठहरे परदेशी साथ क्या निभाओगे” गाया तो सभी श्रोताओं ने भी अपनी आवाज से उनका भरपूर साथ दिया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी के प्रतिनिधि, मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन ने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर किया। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष और सभासद गणों का कार्यक्रम और मेला से दूरी आज भी बनी रही।