किसान दिवस पर किसानों का होगा सम्मान : पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर किसानों को किया जायेगा सम्मानित
जनपद स्तर पर 2 और प्रत्येक ब्लॉक से 5-5 किसान होंगे सम्मानित
बलिया।। प्रत्येक वर्ष की भांति 23 दिसम्बर को स्व0 चौधरी चरण सिह,भूतपूर्व प्रधानमंत्री जी के जन्म दिवस के अवसर पर किसान सम्मान दिवस मनाया जाएगा।
यह जानकारी उप कृषि निदेशक ने बताया कि 23 दिसम्बर को क्राप कटिगं से प्राप्त परिणाम के आधार पर किसानों को सम्मानित किया जाएगा। कार्ययोजना के अनुसार जनपद में रबी-2024-25 की फसलों गेहूॅ, मसूर, चना, मटर, राई/सरसो एंव प्राकृतिक खेती अन्तर्गत फसलो में अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने वाले कृषकों को 02 पुरस्कार क्रमशः प्रथम व द्वितीय प्रदान किये जायेगें। जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड से अधिकतम 05 कृषको को पुरस्कृत किया जायेगा, जिसमें 01(एक) कृषक कृषि विभाग से एंव 01-01(एक-एक) प्रगतिशील कृषक 04 सहयोगी विभागो (उद्यान, गन्ना, पशुपालन, मत्स्य) के माध्यम से चयनित किया जायेगा,ताकि जनपद के कृषकों में उत्पादन एवं उत्पादकता में अधिकाधिक वृद्वि करने के लिए प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत हो सके।
प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदन के लिये इच्छुक कृषक उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर, बांसडीह, रसड़ा, एवं बैरिया कार्यालय एंव सम्बन्धित विभागो के कार्यालय में सम्पर्क कर सकते है। प्रार्थनापत्र पूर्ण करके कृषक उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी-सदर, रसड़ा, बांसडीह, एवं बैरिया कार्यालय एंव सम्बन्धित विभागो के कार्यालय में रूपया-10 (दस रूपया मात्र) पंजीकरण शुल्क एवं खतौनी व अन्य अभिलेख के साथ दिनाकं-31.12.2024 तक पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण के लिए कृषक के फसल का क्षेत्रफल 0.4 हे0 से कम नही होना चाहिए। पुरस्कार के लिए चयन पंजीकृत कृषकों के फसल की क्राप कटिगं में प्राप्त उपज परिणाम के आधार पर जनपद स्तर पर गठित समिति द्वारा किया जायेगा।
पशुपालन, उद्यान, मत्स्य एवं गन्ना विभाग के क्षेत्र में सर्वाधिक उत्पादन के आधार पर भी कृषकों का चयन किया जाना है। इस क्षेत्र में रूचि रखने वाले कृषक पशुपालन, उद्यान, मत्स्य एवं गन्ना विभाग के कार्यालय से सम्पर्क करते हुये आवेदन कर प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।
औद्यानिक, पशुपालन/डेयरी, कुक्कुट पालन, गन्ना, जैविक खेती, मशरूम उत्पादन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये राज्य स्तर पर पुरस्कार के लिए महिला कृषकों का नामाकंन किया जाना है। राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए जिन महिला कृषकों को संस्तुत किया जा जायेगा, उनका आर्थिक एवं सामाजिक (स्वयं कितने लोगों को रोजगार दिया या उनसे प्रेरित होकर कितने लोगों द्वारा उस कार्य को अपनाकर रोजगार सृजन किया गया।) विश्लेषण करते हुये उनकी गतिविधि का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराया जायेगा।