सिविल डिफेंस के स्थापना दिवस पर आपदा प्रबंधन विषयक गोष्ठी का आयोजन
लखनऊ।।सिविल डिफेंस लखनऊ के द्वारा छतरमंजिल के पास स्थित सिविल डिफेंस कंट्रोल रूम में आपदा प्रबंधन विषय पर एक गोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि अनिता प्रताप ने समस्त वार्डेनो की सक्रियता की तारीफ करते हुए आह्वाहन किया कि सिविल डिफेंस की पहचान वॉर्डन के कार्यों से है इसलिए आप सब अपने अपने क्षेत्र में गतिशील रहकर सिविल डिफेंस के लिए पूर्ण ईमानदारी से कार्य करते है, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को सिविल डिफेंस से बहुत उम्मीद रहती है। यही कारण है कि हर त्यौहार में आपका सहयोग मांगा जाता है। क्योंकि आप जनता और प्रशासन के बीच सेतु का कार्य करते है। आप अपने कार्यों से जन जन की सुरक्षा सुनिश्चित करे, क्योंकि आप हर तरह की आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं। आप अपने आसपास के स्कूल, कॉलेज, विभिन्न संस्थाओं, व मोहल्लों में सिविल डिफेंस के ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षण और मॉक ड्रिल आयोजित कराए जिससे किसी भी आपदा से लड़ने के लिए जनता पूरी तरह से तैयार हो सके।
वार्डन सेवा के मुखिया चीफ वार्डन अमरनाथ मिश्रा ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि भले ही आज आपदा से निपटने के लिए हमारे पास एनडीआरएफ और एसडीआरएफ जैसे सुव्यवस्थित संगठन मौजूद है लेकिन आज भी किसी आपदा होने पर जनता को राहत देने के लिए सबसे पहले पहुंचने वाला संगठन सिविल डिफेंस ही है। सिविल डिफेंस किसी भी आपदा में फर्स्ट रिस्पांडर की सक्रिय भूमिका निभाता है। ऐसे में सिविल डिफेंस की भूमिका पहले की अपेक्षा और अधिक बढ़ गई है।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे सीनियर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर मनोज वर्मा ने कहा कि 6 दिसंबर 1962 को जब सिविल डिफेंस की स्थापना हुई थी तब इसका उद्देश्य था युद्ध के दौरान आंतरिक व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखना लेकिन वर्ष 2019 में सिविल डिफेंस को आपदा प्रबंधन अधिनियम से भी जोड़ दिया गया। इसलिए अब सिविल डिफेंस की आपदा प्रबंधन में भी भूमिका बढ़ गई है। सिविल डिफेंस अपने सीमित संसाधन के दम पर वार्डेनो के सहयोग से समय समय पर जिला और पुलिस प्रशासन का सहयोग करता रहता है।
इस अवसर पर असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर रेखा पांडेय, मुकेश कुमार और स्टाफ अफसर चीफ वार्डन ऋतुराज रस्तोगी ने भी अपने बहुमूल्य विचार रखे। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से स्टाफ अफसर राजेंद्र कुमार श्रीवास्तव, गुफरान अहमद, आशीष कपूर, नफीस अहमद,डॉ नूतन श्रीवास्तव, पुनीत अग्रवाल, मोहम्मद अहमद, राम प्रकाश श्रीवास्तव, सुमित साहू, सुशील साहू, अनंत तोमर, राजेंद्र प्रसाद, हसनैन, दिलशाद, मो शोएब, जितेंद्र, राजकुमार, सुशांत देवरहा आदि ने मुख्य भूमिका निभाई।