गांव गरीब,शोषित पीड़ित की आवाज डराती है पूंजीवाद और सामंतवाद की पोषक बीजेपी को : सुशील पांडेय कान्ह जी
बलिया।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा देश के सदन में भारतीय संविधान के शिल्पकार भारत रत्न डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर के सम्मान के खिलाफ बयान बीजेपी की सोची समझी चाल हैं।जब से बीजेपी सत्ता में आई है भारतीय इतिहास से छेड़छाड़ का प्रयास कर रही है। साथ ही देश के महापुरुषों के सम्मान में गुस्ताखी कर रही है।सत्ताधारी दल के नेता कभी गांधी तो कभी पंडित जवाहर लाल नेहरू पर कीचड़ उछालते रहे है। बीजेपी की सोच ही भारतीय संविधान के खिलाफ है। ये लोग संकुचित सोच के राजनीतिज्ञ हैं। यही कारण है कि आजादी की लड़ाई में मुख्य भूमिका निभाने वाले भारत रत्न डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर के सम्मान के खिलाफ गृहमंत्री ने भाषण दिया हैं।
पूंजीवाद और सामंतवाद की पोषक बीजेपी को गांव गरीब,शोषित पीड़ित की आवाज डराती हैं।बीजेपी को डाक्टर आंबेडकर,गांधी,नेहरू लोहिया सहित हमारे सभी महापुरुषों से नफरत है उसे गोडसे,अडानी,चौकसी के नामों से प्रेम हैं। विकास,रोजगार,महंगाई कम करना सत्ता की प्राथमिकता में न होकर पूंजीपतियों का कर्ज माफ करना हैं। उक्त बाते समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी "रविवार को प्रेस को जारी अपने एक बयान में कही और बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के सभी क्षेत्रों में निजी क्षेत्र का प्रवेश देश के भविष्य को कमजोर और युवा पीढ़ी को हतोत्साहित कर रहा हैं।
कान्हजी ने कहा कि अंबेडकर के सम्मान में गुस्ताखी करने वाले गृहमंत्री को स्वतः त्यागपत्र दे देना चाहिए क्योंकि देश के आम जन में डाक्टर आंबेडकर के प्रति जो सम्मान हैं और उनके अपमान पर जो देश में गुस्सा हैं उसका सामना बीजेपी नहीं कर पाएगी।