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खेल के मैदान पर अन्नपूर्णा भवन बनाने का मामला : ग्रामीणों के विरोध के बाद बैरंग लौटे एसडीएम, नहीं हुआ समाधान



हरिपुर खेजूरी सिकंदरपुर बलिया।। स्थानीय हरिपुर ग्राम सभा मे दबंग ग्राम प्रधान द्वारा बच्चों के खेल के मैदान (प्राथमिक स्कूल का ) पर अन्नपूर्णा भवन ग्रामीणों के विरोध के वावजूद जबरिया बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिलाधिकारी के आदेश पर मौके पर पहुंचे एसडीएम सिकंदरपुर को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने साफ लफ्जो मे कहा कि किसी भी क़ीमत पर बच्चों के खेल के मैदान और छठ घाट पर अन्नपूर्णा भवन नहीं बनने देंगे। बता दें कि माननीय उच्च न्यायालय का भी आदेश है कि खेल के मैदान, तालाब आदि पर अन्य कार्य के लिये निर्माण कार्य नहीं कराया जा सकता है, वावजूद निर्माण कार्य हो रहा है।



एसडीएम दो बार रोकने का दें चुके है आदेश, फिर भी निर्माण जारी 

ग्राम प्रधान की दबंगई और थानाध्यक्ष खेजूरी की सुस्ती का आलम यह है कि एसडीएम सिकंदरपुर द्वारा दो बार थानाध्यक्ष खेजूरी को निर्माण कार्य रोकने का आदेश देने के वावजूद लगभग 5 फिट दीवार जोड़ दी गयी है। जबकि एक ग्रामीण हरेराम यादव द्वारा अन्नपूर्णा भवन के लिये अपनी स्वयं की जमीन देने के लिये एसडीएम सिकंदरपुर को लिखित आवेदन देकर खेल का मैदान बचाने की गुहार लगाई गयी है। आज का ग्रामीणों का विरोध देखने के बाद तय है कि ग्रामीण किसी भी क़ीमत पर यहां निर्माण कार्य नहीं होने देंगे। प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका का कहना है कि बच्चों के खेलकूद के मैदान पर निर्माण रुकवाने के लिये मैने खंड शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप से दें दिया हूं, ऊपर से अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।



ग्राम सभा हरिपुर तहसील सिकंदरपुर ज़िला बलिया में बन रहे अन्नपूर्णा भवन का मामला सुलझाने हेतु एसडीएम एवं तहसीलदार की मौजूदगी में ग्रामीणों के सामने विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम समाज की ज़मीन होने के बावजूद दबंग प्रवृत्ति का प्रधान प्रतिनिधि उपेन्द्र यादव स्कूल के पास खेल /डीह की ज़मीन पर ज़बरन अन्नपूर्णा भवन बनवाने की लोगों के साथ मिलकर कुत्सित प्रयास कर रहे है। ग्रामीण वासियों का कहना है कि वही एक स्थान है जहाँ पर ग्रामीण महिलाओं के द्वारा पूजा पाठ छठ की पूजा एवं अन्य सामाजिक कार्यक्रम किया जाता है।