नववर्ष -2025 कि ज्योतिषीय गणना मे भारत व अन्य देशों का जाने क्या है भविष्य? क्या प्राकृतिक आपदा से बेहाल या विश्व युद्ध की ओर अग्रसर होंगी दुनिया
गोरखपुर ।।2025 ईस्वी सन का नववर्ष का शुभारंभ दिन बुधवार पहली जनवरी से हो चुका है बिता वर्ष अब स्मरण की धरोहरों में सम्मिलित हो चुका है ।
नववर्ष का मूलांक के अनुसार वर्ष 2025 का भविष्य , ईस्वी सन के 21 वी सदी में प्रवेश के प्रथम वर्ष जैसा होगा, ऐसा मेरी गणना का स्प्ष्ट मत है। इसका तातपर्य यह कत्तई नही कि युग समय काल 25 वर्ष पीछे चला जायेगा इसका अर्थ यह है कि नववर्ष -2025 की संभावनाएं ठीक वैसी ही है जैसा सम्पूर्ण विश्व समाज 21वी सदी के प्रथम ईस्वी सन में प्रवेश के समय था। यदि यह कहा जाय कि काल चक्र घूम कर अपनी निरंतरता में अपने पिछले कदमो से भी गुजरता है, प्रासंगिक होगा ।
ईस्वी सन 2025 बहुत अर्थों में महत्वपूर्ण रहने वाला है। 21वी सदी में प्रवेश के प्रथम वर्ष से अब तक सम्पूर्ण वैश्विक मानवता ने बहुत उतार चढ़ाव देखते हुए विकास के नए नए आयाम स्थापित किए है।आइए नव वर्ष के अन्य महत्वपूर्ण गणनाओं पर एक दृष्टि डालते है और जानने का प्रयास करते है कि किस देश की कैसी रहेगी स्थिति ----
जापान
जापान के लिए नववर्ष 2025 चुनौतियों के साथ नए संदेश एव सफलताओं के नए आयाम अध्याय का सृजन करने वाला होगा बहुत सम्भव है जापान अत्यधिक स्थाई और स्थिरता के दौर में प्रवेश करते हुए अपनी पहचान सम्प्रभुता एव सम्पन्नता के नए अध्याय की इबारत लिखने का शुभारंभ करेगा जापान को प्राकृतिक रूप से कुछ राहत मिलती परिलक्षित होती है ऐसा मेरी गणना का कहना है।।
श्रीलंका
श्रीलंका के विषय मे मुझे अपनी गणनाओं पर स्वयं आश्चर्य हो रहा है क्योकि ऐसा परिणाम श्री लंका के परिपेक्ष्य में मेरी गणनाओं का है जो आश्चर्य को जन्म देते हुए श्रीलंका की सामाजिक आर्थिक क्षमताओं के पुर्नगठन के परिणामो को नए वर्ष में स्वयं श्रीलंका के लिए एवं वैश्विक समाज के लिए आश्चर्यजनक होगा। लेकिन अब भी श्रीलंका को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मेरी गणना के अनुसार श्रीलंका बहुत ही महत्वपूर्ण समय काल मे प्रवेश कर रहा है।नववर्ष -2025 उसे आत्मविश्वास देगा और नई शक्ति का संचार करेगा ।।
कोरियाई प्रायद्वीप के लिए महत्वपूर्ण होगा नया साल
निश्चित रूप से कोरियाई प्रायद्वीप के लिए नववर्ष 2025 बहुत महत्वपूर्ण एव वैश्विक समाज के लिए उत्तर कोरिया अपनी शक्ति का प्रदर्शन करता रहेगा और वैश्विक समाज को नई नई शंकाओं में सोचने समझने को विवश करता रहेगा। साथ ही शस्त्रों की होड़ को नए नए आयाम में प्रस्तुत करता रहेगा जिसके कारण वैश्विक समाज को नए शक्ति के निर्माण का आभास कराता रहेगा ।
दक्षिण कोरिया के लिए नव वर्ष में आंतरिक चुनौतियां (जो पिछले वर्षों से विरासत मे मिली है ) प्राप्त प्रतीत हो रही है।जबकि मेरी गणनाओं ने मुझे स्वंय कोरियाई प्रायद्वीप के परिपेक्ष्य में संशय में डाल दिया ।मुझे स्वयं निष्कर्ष निकालने में बहुत श्रम एव समय जाया करना पड़ा।अंत मे जो निष्कर्ष निकलता है वह स्प्ष्ट करता है कि दक्षिण कोरिया अधिक सशक्त,सक्षम एवं सूझबूझ वाले नेतृव के रूप में नव वर्ष में स्वयं को वैश्विक समाज के समक्ष प्रस्तुत करने में सफल होने जा रहा है ।कोरियाई प्रायद्वीप में संशय,भ्रम,भय के बादल छंटने के प्रबल आसारो की भविष्यवाणी मेरी गणना स्प्ष्ट करती है।
थाईलैंड, ताईवान, मैनम्यार का भविष्य
थाईलैंड का भविष्य
थाई लैंड कि राजनीतिक आर्थिक एव सामाजिक वर्तमान स्थिति में शांत एवं तीव्र सकारात्मक परिवर्तन के आसार मेरी गणना के अनुसार बहुत स्प्ष्ट परिलक्षित हो रहे, जो नव वर्ष 2025 में थाईलैंड को नए मानक एव मानदंड पर वैश्विक समाज को परिभाषित करने को बाध्य कर सकते है। यह स्वयं थाई लैंड के लिए यह एक चुनौती जैसा प्रतीत होगा जो अंततः बहुत स्प्ष्ट एव आसान परिणामस्वरूप परिलक्षित होगा।।
ताईवान का भविष्य
ताईवान चीन के मध्य वैचारिक एव सामरिक शक्ति का प्रदर्शन ज्योतिषिय गणना का प्रश्न इसलिए नही है क्योकि वैश्विक समाज इस द्वंद को विगत अनेको वर्षों से देख रहा है जिसका कोई निष्कर्ष निकलते नही दिख रहा है ।
वर्ष 2025 ताईवान के लिए सतर्क एव सक्षम रहने की पुष्टि करता है मेरी गणना बहुत स्प्ष्ट करती है कि बीते वर्षों के बात विवाद संवाद बेमतलब हो सकते है और विवाद नए मोड़ के साथ वैश्विक समाज के लिए चिंतनीय हो सकता है ।
मैंनम्यार : बेहद कठिन व मिलेगी क्रूर चुनौतियां
नववर्ष 2025 मैनम्यार के लिए बेहद कठिन एव क्रूर चुनौतियों की तरफ सकेत देता है जो चिंतनीय है। गुंजाइश मात्र इतनी प्रतीत होती है कि अचानक सकारात्मक परिवर्तन के अवसरों को भी इंगित करती है। हमारी गणनाओ के अनुसार मैनम्यार के लिए उतार चढ़ाव के मध्य नए आशा का संचार करता होगा नव वर्ष।।
भारत
भारत के परिपेक्ष्य में नव वर्ष 2025 का बहुत महत्व जन मानस के लिए नही है क्योकि अधिकतर भारतीय जनता सनातन मतावलम्बी है और ईस्वी सन के नववर्ष को आंग्ल वर्ष के रूप मे स्वीकार करती है वह अपने लिए गणनाओं का आधार नवसंवत्सर मानती है जो सनातन नव वर्ष का शुभारंभ है ।फिर भी भारत के परिपेक्ष्य में मैने ज्योतिषीय गणना सिर्फ नव ईस्वी सन 2025 के तीन महीनों जनवरी फरवरी एव मार्च के लिए की है जिसके परिणाम भारत के लिए दूरगामी होने वाले है।
राजनीतिक रूप से दिल्ली विधानसभा के चुनाव होंने वाले है पिछले दस वर्षों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज एव दिल्ली के दम पर पंजाब में काबिज राजनीतिक दल मेरी गणनाओं के परिणाम के अनुसार सुरक्षित स्थिति में लगती हैं।
मार्च में रबी की फसलों की कटाई होती है जो भरतीय कृषि एव अर्थव्यवस्था के लिए अतिमहत्वपूर्ण है 2025 में कृषि उपज में ना तो कोई गिरावट होगी ना ही आश्चर्यजनक बृद्धि मामूली बृद्धि अवश्य होगी एव स्थिर रहेगी सब्जी एव फलों के उत्पादन के प्रभावित होने के संकेत मेरी गणना अवश्य देती है जो नकारात्मक हो सकते है दलहन एव तिलहन का उत्पादन बेहतर होगा।
भारतीय आद्योगिक क्षेत्र में बहुत तीब्र दूरगामी एव आश्चर्यजनक उछाल के संकेत मेरी गणना देती है जिसका केंद्र स्प्ष्ट रूप से नई ऊंचाइयों का संकेत है ।
मानसून में व्यापक बदलाव के संकेत देती है मेरी गणना 2025 में मानसून की वर्षा औसत नही अधिक होने की तरफ संकेत करती है।
प्राकृतिक आपदाओं के संदर्भ में भारत के लिए वर्ष 2025 मेरी गणना अधिक सतर्क करती है वावजूद की प्राकृतिक आपदाओं की विकरालता कम होगी और हानि नगण्य ।
व्यावसायिक दृष्टिकोण से एक बेहतर वातावरण के निर्माण का संकेत देती है मेरी गणना 2025 जिसमे मेटल एव प्रॉपर्टी के व्यवसाय में बेहतर उछाल की सम्भावना है।
बुनियादी एव ढांचागत विकास में त्वरित गति की प्रबल संभावना को बहुत स्प्ष्ट करती है मेरी गणनाएं
भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती की तरफ बढ़ती वैश्विक चुनौतियों से निकलती सबल सक्षम होती निश्चित रूप से आगे बढ़ रही है जो भारत के लिए शुभ है लेकिन बहुत सतर्कता की तरफ मेरी गणनाओं का संकेत है जो मजबूत होती अर्थव्यवस्था की स्थायित्व के जोखिमो के लिए अर्थव्यवस्था की अनिवार्यता भी है।।
महाकुम्भ के सफल आयोजन से सीएम योगी के पराक्रम मे होगा वृद्धि
भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती कुम्भ -2025 है जिसका सफल शांतिपूर्ण आयोजन एवं समापन है।इस आयोजन की सफलता के संदर्भ में मैंने देश राज्य एवं आयोजन के नेतृत्व को बारी बारी केंद्र मानकर गणनाएं की। उदाहरण के लिए कुम्भ प्रयागराज उत्तर प्रदेश में आयोजित हो रहा है।उत्तर प्रदेश सरकार के योगी आदित्यनाथ जी मुखिया है। मैंने उत्तर प्रदेश को एक घर एवं 25 करोड़ जनमानस को पारिवारिक सदस्य मानकर योगी आदित्यनाथ जी को पारिवारिक मुखिया मानकर यह आकलन करने की कोशिश की है कि क्या आदित्यनाथ जी के परिवार में किसी अप्रत्याशित आशुभ घटना के संकेत है? इसी प्रकार आदरणीय मोदी जी एव प्रयागराज(स्थान) आदि सभी संभावित विषय वस्तुओं को आधार मानकर गणनाएं की है। जिससे कुछ संशय अवश्य उतपन्न होते है लेकिन मकरसक्रान्ति से स्थितियों में प्यापक परिवर्तन के बहुत स्प्ष्ट संकेत है। जो आदित्य के प्रबल एव पराक्रम को परिलक्षित करते है। जो देवतावों के राजा इंद्र को अत्यधिक सूझ बूझ से शक्तिशाली बनना स्प्ष्ट करता है जो प्रयागराज कुम्भ के दो महत्वपूर्ण घटक है एव शुभमंगल भी।
निष्कर्ष
नववर्ष 2025 की गणना के द्वितीय भाग में निम्न निष्कर्ष बहुत स्प्ष्ट है--
वैश्विक स्तर पर नकारात्मक शक्तियों का शमन होगा।।
अनेको वैश्विक विकट होती समस्याओं के सकारात्मक समाधान को आगे बढ़ता एव निष्कर्ष पर पहुंचता हुआ होगा नववर्ष-2025
किसी बहुत बड़े अप्रत्याशित घटना या संघर्ष की तरफ मेरी गणनाएं संकेत नहीं देती है जो वैश्विक व्यवस्था या अर्थ व्यवस्था को प्रभावित कर सकने में सक्षम हो।
भारतीय परिपेक्ष्य में नववर्ष बहुत ही सकारात्मक एवं शुभ होने का सकेत मेरी गणनाएं देती है। कुछ उग्रवादी उपद्रव की ओर अवश्य सकेत देती है जो सतर्क रहने के लिए संकेत अवश्य करती है।
भारतीय कृषि उद्योग एव अर्थव्यवस्था तीनो समन्वित होकर नव वर्ष में भारत को वैश्विक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति बनने की तरफ आगे बढ़ती रहेंगी।
मैंने अपनी समूर्ण गणना में कनाडा को इसलिए सम्मिलित नहीं किया है क्योंकि भारत से कनाडा के वर्तमान सम्बंध अच्छे नही है। कुछ भी लिखना सत्य भी,भारतीय की भावनाओं का उफान कहा जाता।
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर,गोरखपुर उत्तर प्रदेश।।