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संजीवनी वेल्फेयर सोसाइटी एवं एस डब्लू एस के ओर से ग्लोबल आयुष एक्सपो 2025' मेले में कवि सम्मेलन एवं मुशायरा

 





डॉ. राम लखन चौरसिया के कहानी सग्रह' बूढ़ी मां' पुस्तक का हुआ विमोचन


प्रयागराज। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में चल रहे पांच दिवसीय 'ग्लोबल आयुष एक्सपो 2025' मेले में संजीवनी वेल्फेयर सोसाइटी एवं एसडब्लूएस आर्ट्स के तत्वावधान में रविवार को कवि सम्मेलन एवं मुशायरा आयोजितकया गया। डॉ. राम लखन चौरसिया के कहानी सग्रह' बूढ़ी मां' पुस्तक का विमोचन भी किया गया। जिसकी अध्यक्षता इलाहाबाद हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं शायर एमए हसीन, मुख्य अतिथि ऑल इंडिया रेडियो के असिस्टेंट डायरेक्टर अशरफ अली बेग और विशिष्ट अतिथि शाकिर हुसैन तशना शमिल रहे। बतौर मुख्य वक्ता तलत महमूद ने बूढ़ी मां किताब के बारे में विस्तार से चर्चा की। संचालन निजाम हसन पूरी ने किया। 



इस मौके पर शायर और कवियों ने एक से बढ़कर एक गजलें पेश कीं और खूब दादा बटोरी।शायर एमए हसीन ने 'मैं इज़हारे मुहब्बत कर चुका, रुकी है बात उसकी हां नहीं पर' पढ़ा। तशना कानपुरी ने हर्फ दो हर्फ ही बस उछाल गए, सैकड़ो उसके मतलब निकल गए'। डॉ. राम लखन चौरसिया ने 'देख कोलाहल काग के, हंस हो गए मौन, अंधों के बाजार में आँख खरीदे कौन'। तलत महमूद ने 'जिंदगी की जुस्तुजू में ख़ुद को न तलाश कर, मरहले फ़िक्र और  फ़लसफ़े और भी हैं'। फरमूद इलाहाबादी ने 'बात चैटिंग से मुलाक़ात तक आ पहुंची है, दिल लगी देखिये जज़्बात तक आ पहुंची है'। सुहेल अख्तर ने 'तेरी आंखों से तेरे दिल में उतर जऊंगा, सारा सरमाया तेरे नाम कर जाऊंगा'। निजाम हसनपुरी ने' गजल के रंग में एक बात है तुम्हारे लिए हमारे प्यार की सौगात है तुम्हारे लिए'। पेश कर खूब वाहवाही लूटी।



संस्था के सचिव श्रवण शुक्ला और जयपुर के मोटिवेशनल स्पीकर कमलेंद्र त्यागी द्वारा सभी शायर एवं कवियों को आयुष ग्रेवल अवार्ड से सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में अशरफ अली बेग, तलत महमूद, शाकिर हुसैन तशना, सुहैल अख्तर, फरमूद इलाहाबादी, निजाम हसन पूरी, एम ए हसीन, हसीन जीलानी, सलाल इलाहाबादी, शिबली सना, शहीद अली शहीद और रामलखन चौरसिया शामिल रहे।






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