लखनऊ में मिशन शिक्षण संवाद की राज्य स्तरीय कार्यशाला संपन्न
लखनऊ।। मिशन शिक्षण संवाद परिवार द्वारा लखनऊ में एक दिवसीय राज्य स्तरीय आदर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला शिक्षकों को प्रेरित करने और उन्हें नई ऊर्जा प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित की गई। कार्यक्रम में राज्य भर से शिक्षकों ने भाग लिया और मिशन के उद्देश्यों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
कार्यशाला का शुभारंभ पंजीकरण और तिलक के साथ हुआ। इसके बाद ईश वंदना ने पूरे वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। कार्यशाला के दौरान मिशन शिक्षण संवाद के उद्देश्यों, विचारधारा, और समाज के प्रति शिक्षकों की भूमिका पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने बताया कि कैसे शिक्षक ज्ञान के बीज बोकर समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
कार्यशाला में "सरल" शब्द की व्याख्या (स - सीता, र - राम, ल - लक्ष्मण) के माध्यम से जीवन को सरल और सादगीपूर्ण बनाने का संदेश दिया गया। मिशन के महत्व पर जोर देते हुए कहा गया कि यह केवल एक आंदोलन नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। शिक्षकों को हर पल सीखने और सिखाने की भावना के साथ जीने की प्रेरणा दी गई।
कार्यशाला के दौरान पंक्तिबद्ध भोजन, समयबद्ध कार्य, और दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अनुशासन का परिचय दिया गया। यह मिशन शिक्षण संवाद की विशिष्ट पहचान को दर्शाता है।
वक्ताओं ने मिशन के संदेश को आत्मसात करते हुए कहा कि "हमको वह बाग लगाना है जो कलाम के सपनों जैसा हो।" साथ ही, शिक्षकों को अपने छात्रों में विवेकानंद जैसा तेज और बड़े सोचने की प्रेरणा देने की अपील की गई।
कार्यशाला का समापन मिशन के उज्ज्वल भविष्य की कामना और शिक्षकों के अद्वितीय योगदान की सराहना के साथ हुआ। राजधानी लखनऊ इस प्रेरणादायक कार्यशाला के माध्यम से शिक्षा के उज्ज्वल दीप से आलोकित हो गई।