प्रयाग में संतों की वाणी ही सरस्वती का मूर्त रूप - शास्त्री जी महाराज
श्री देवरहा बाबा सेवाश्रम शिविर में आयोजित हुआ भव्य कवि सम्मेलन
महाकुम्भ नगर ( प्रयागराज)।।महाकुम्भ नगर में सेक्टर 18 हरिश्चन्द्र मार्ग तुलसी मार्ग चौराहे पर स्थित श्री देवरहा बाबा सेवाश्रम शिविर में विख्यात साहित्यकार डॉ शंभुनाथ त्रिपाठी अंशुल की अध्यक्षता में एक भव्य कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें कवियों ने काव्य गंगा प्रवाहित की।
शिविर व्यवस्थापक ज्योतिषाचार्य डॉ रामेश्वर प्रपन्नाचार्य शास्त्री जी महाराज ने कहा कि प्रयागराज में कवियों और संतों की वाणी ही अदृश्य सरस्वती का मूर्त रूप है। यहाँ गंगा यमुना सरस्वती अक्षयवट एवं भगवान वेणीमाधव सहित प्रयागराज की शाश्वत भूमि विराजमान है। इस अमृतवेला में कवियों और संतो के श्रीमुख से निकल रही वाणी और महात्माओं का आशीर्वाद ही सरस्वती का मूर्त रूप बन जाता है।
स्वामी कल्पनेश जी महाराज के संयोजन एवं डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय के संचालन में सम्पन्न भव्य कवि सम्मेलन में जयप्रकाश शर्मा प्रकाश, अजय कुमार शर्मा , डॉ योगेन्द्र कुमार मिश्र विश्वबंधु , शम्भू नाथ श्रीवास्तव , पं० राकेश मालवीय मुस्कान, सुधाकांत मिश्र बेलाला, दयानिधि तिवारी सरस, विवेक सुमन शर्मा, श्याम फतनपुरी को कवि सम्मेलन के मंच पर अंगवस्त्र ,धार्मिक साहित्य व नकद राशि प्रदान करके इंजीनियर विनोद कुमार शर्मा द्वारा सम्मानित किया गया।
समस्त कवि जनों ने अपनी उत्कृष्ट रचनाओं का सस्वर पाठ करके श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। अंत में आभार डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय ने व्यक्त किया।इस अवसर पर संतोष कुमार तिवारी, राम गोपाल पाण्डेय , शान्ता प्रसाद शुक्ल , अशोक कुमार मिश्र , आशुतोष मिश्र, प्रीतम प्रसाद , राजेश दुबे आदि की उपस्थिति सराहनीय रही।