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कोतवाली बलिया , दुबहर, रेवती, हलधरपुर, बक्सर और ब्रह्मपुर पुलिस को मिली राहत, शराब तस्कर अजय कुमार जायसवाल पहुंचा बक्सर जेल



बलिया।। जनपद बलिया पुलिस के साथ साथ बिहार राज्य की पुलिस ने भी शहर बलिया के चमन सिंह बाग रोड निवासी अजय कुमार जायसवाल के बक्सर जेल पहुंचने के बाद राहत की सांस ली है। बता दे कि अजय कुमार जायसवाल अवैध रूप से तस्करी के माध्यम से शराब को बिहार भेजनें के मामले मे कुख्यात है। इसके खिलाफ बलिया जनपद की कोतवाली, थाना दुबहर, रेवती आदि बिहार राज्य से सटे थानों पर शराब तस्करी के कई मुक़दमे दर्ज है। यही नहीं बिहार राज्य के बक्सर थाना और डुमराव थाना मे भी मुकदमा पंजीकृत है। बिहार की पुलिस बहुत दिनों से इसको गिरफ्तार करने के प्रयास मे लगी हुई थी। साथ ही कई बार बलिया मे इसके घर छापमारी भी की थी लेकिन स्थानीय सहयोगियों से सूचना मिल जाने के कारण यह फरार हो जाता था।


                     फ़ाइल फोटो -अजय कुमार जायसवाल 

पिछले माह यह शराब के साथ मऊ जनपद की हलधर पुर पुलिस के हत्थे चढ़ गया और जेल भेज दिया गया। अभी यह मऊ जेल से निकलने के प्रयास मे लगा ही था कि बिहार राज्य की बक्सर पुलिस ने इसको एक्सक्यूटिव एक्साइज स्पेशल कोर्ट नंबर 1,बक्सर  के प्रोडक्शन वारंट, आदेश दिनांक 14 फरवरी 2025 के आधार पर 17 फरवरी 2025 को मऊ जेल से ही गिरफ्तार कर बक्सर लेकर चली गयी। अजय कुमार जायसवाल के बक्सर जेल पहुंचने की जैसे ही सूचना बलिया पहुंच स्थानीय पुलिस ने भी राहत की सांस ली है। बता दे कि अजय कुमार जायसवाल बलिया के कई अनुज्ञापियों के यहां से शराब उठाकर बिहार भेजता था। पिछले माह मऊ पुलिस ने ज़ब इसको गिरफ्तार किया था, तब बेल्थरा रोड के एक अनुज्ञापी भी साथ मे पकड़ा गया था। 



अजय कुमार के सहयोगियों मे हड़कंप, पुलिस ने ली राहत की सांस 

शराब तस्कर अजय कुमार जायसवाल के बिहार पुलिस के हाथों गिरफ्तार होने की खबर ने बलिया मे इससे जुड़े शराब कारोबारियों मे हड़कंप मचा दिया है। लोगों को यह भय सताने लगा है कि कही अजय कुमार बिहार पुलिस के आगे उनका नाम न उजागर कर दे। अगर अजय कुमार ने बिहार पुलिस के आगे जहां से शराब उठाता था, उन अनुज्ञापियों का नाम उजागर कर दिया तो बलिया के कई सफेदपोश चेहरे बेनक़ाब हो जायेंगे।



अजय कुमार जायसवाल के बक्सर जेल पहुंचने से बलिया पुलिस ने राहत की सांस ली है। क्योंकि अगर यह मऊ जेल से जमानत कराकर बाहर आ जाता तो निश्चित ही होली से पूर्व अवैध रूप से तस्करी के माध्यम से शराब को बिहार भेजनें का काम करता। क्योंकि इस बार दुकानों का भी आवंटन ई लॉटरी के माध्यम से होने जा रहा है और इसको शराब उपलब्ध कराने वाले लोगों की दुकानेँ इस बार रहेंगी की नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है।