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सारण एसपी ने पकड़ी 372 पेटी अंग्रेजी शराब, बलिया पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठा सवाल

 




मधुसूदन सिंह 

बलिया।। लगभग 800 करोड़ वार्षिक शराब की बिक्री करने वाले जिला बलिया की स्थानीय पुलिस शराब तस्करी को रोकने मे कितनी तत्पर है, इसका नजारा आज पुलिस अधीक्षक सारण (छपरा ) बिहार द्वारा बलिया शहर के एक गोदाम से निकली 372 पेटी अंग्रेजी शराब की अवैध खेप को पकड़ने के बाद देखा गया है।



बता दे कि बलिया शहर के बेदुआ मुहल्ला स्थित एक शराब के गोदाम /दुकान से ( यह दुकान एक थोक अनुज्ञापी के ही परिजन के नाम पर है ) शुक्रवार को दो पिकअप मे (एक मे 425 पेटी, दूसरे मे 372 पेटी ) 8 पीएम टेट्रा पैक को भरकर बिहार के लिये भेजा गया था। जिसमे से एक गाड़ी को तो बैरिया पुलिस व एसओजी की टीम ने तो पकड़ लिया लेकिन एक गाड़ी को नहीं पकड़ पायी और यह बिहार सीमा मे प्रवेश कर गयी। लेकिन पुलिस अधीक्षक सारण ने इस गाड़ी को मांझी थाना क्षेत्र मे पकड़ लिया। पकड़ा गया चालक कृष्ण कुमार सिंह पुत्र सुदेन सिंह निवासी छोटकी शेरिया थाना बांसडीह जनपद बलिया का रहने वाला है। गिरफ्तार चालक एक थोक अनुज्ञापी के मैनेजर का चालक बताया जा रहा है। ऐसे मे सवाल यह उठ रहा है कि बलिया पुलिस की नाक के नीचे से तस्करी हो रही है और पता नहीं लगा पायी?

सारण पुलिस का बयान 




बलिया कोतवाली से छपरा तक कैसे पहुंची गाड़ी 

कोतवाली थाना क्षेत्र के बेदुआ से अवैध रूप से शराब लाद कर दो गाड़ियां निकल कर दुबहर, हल्दी थाना क्षेत्रों को पार करते हुए बैरिया पहुंचती है, जिसमे एक तो पकड़ जाती है लेकिन दूसरी बिहार सीमा मे चली जाती है। अगर बलिया पुलिस का इंटेलिजेंस तंत्र एक्टिव होता तो ये दोनों गाड़ियां बलिया कोतवाली पुलिस ही पकड़ लेती, लेकिन ऐसा क्यों नहीं हुआ, यह जांच का विषय है। पुलिस अधीक्षक बलिया अगर वास्तव मे शराब की तस्करी को रोकना चाहते है तो थोक अनुज्ञापियों पर गुप्त रूप से निगरानी की व्यवस्था करानी पड़ेगी। साथ ही जिन थाना क्षेत्रों से अवैध खेप निकल जा रही है, उनपर भी कार्यवाही होने लगेगी तो इस धंधे पर लगाम लग सकती है।