एनएसएस शिविर के पांचवें दिन भी किया गया लोगों को भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूक
बलिया।। एनएसएस शिविर के पांचवें दिन की शुरुआत सुबह व्यायाम सत्र से हुई, जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके पश्चात "भ्रष्टाचार: एक सामाजिक बुराई" विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं ने अपने विचार पन्नों पर व्यक्त किए और भ्रष्टाचार के समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला।
अल्पाहार के बाद "आज़ादी" विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें एनएसएस स्वयंसेवकों /स्वयंसेविकाओं—ऋषभ तिवारी, महिमा पांडेय, महिमा राय और अन्य प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और स्वतंत्रता के महत्व व उसके प्रति जागरूकता पर अपने विचार साझा किए।
भाषण प्रतियोगिता के बाद एनएसएस स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं ने सेवित वार्ड सतनी सराय गांव का दौरा किया। वहां उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया, उनकी समस्याओं को समझा और जागरूकता अभियान चलाया। गांव के लोगों को स्वच्छता, शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।
वार्ड भ्रमण आगमन के बाद पूर्व छात्र आदर्श तिवारी और हिमांशु चौरसिया ने एनएसएस के लाभों के बारे में अपने अनुभव साझा किए और बताया कि एनएसएस से किस प्रकार सामाजिक सेवा की भावना विकसित होती है और व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
इसके बाद आमंत्रित व्याख्यान सत्र आयोजित किया गया, जिसमें अमरनाथ मिश्रा पी.जी. कॉलेज, दूबे, छपरा के राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर शिवेश राय ने "मानवाधिकार" विषय पर विचार रखे। उन्होंने मानवाधिकारों की मूल अवधारणा, समाज में उनके महत्व और जागरूकता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। साथ ही साथ सतीश चंद्र कॉलेज के डॉ. ओ. पी. गुप्ता ने "आर्थिक साक्षरता" पर व्याख्यान दिया और आर्थिक ज्ञान को जीवन का अभिन्न अंग बताते हुए इसके व्यावहारिक महत्व पर चर्चा की।
पांचवें दिन की गतिविधियाँ सभी प्रतिभागियों के लिए प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रहीं, जिससे उनमें समाज सेवा की भावना और अधिक दृढ़ हुई।सभी कार्यक्रमों का संचालन डॉ. प्रवीण पायलट कार्यक्रम अधिकारी इकाई प्रथम, डॉ. मनोज कुमार यादव कार्यक्रम अधिकारी इकाई द्वितीय और डॉ.जयशंकर सिंह कार्यक्रम अधिकारी इकाई तृतीय के देख- रेख संपन्न हुआ।