खंड शिक्षा अधिकारी हनुमानगंज बलिया पर 50 हजार घूस लेने की शिकायत सेवानिवृत्त शिक्षक को ही पड़ने लगी भारी, बैठायी गयी जांच
बलिया।। खंड शिक्षा अधिकारी हनुमानगंज बलिया सुरेंद्र यादव पर सेवानिवृत्त शिक्षक ओमप्रकाश तिवारी द्वारा पेंशन पत्रावली पर हस्ताक्षर करने के लिये 50 हजार रिश्वत लेने की शिकायत करना, शिकायतकर्ता पर ही भारी पड़ने लगी है। शिक्षक की शिकायत के बाद जांच कमेटी गठित कर दी गयी है। जांच समिति के गठित होते ही श्री तिवारी के कारनामें भी सामने आने शुरू हो गये है।
ग्राम चंदूकी के शंकर प्रसाद राजभर (समाजसेवी ) ने 7 मार्च 2025 को शिकायती पत्र भेज कर ओमप्रकाश तिवारी पर कई गंभीर आरोप लगाये है। श्री राजभर के शिकायती पत्र के अनुसार प्रभारी प्रधानाध्यापक का कार्यभार ग्रहण करने के बाद ओमप्रकाश तिवारी ने पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक के फर्जी हस्ताक्षर से वर्ष 2023-24 का पूरा ग्रांट निकाल लिये और विद्यालय पर कोई भी कार्य नहीं कराये है। एमडीएम खाता से कूटरचित करके लाखों रूपये की निकासी का भी गंभीर आरोप लगाया है। श्री राजभर ने यह भी लिखा है कि इनके द्वारा एमडीएम के अनाज को बाजार मे बेचने से संबंधित वीडियो वायरल है। यही भी लिखा है कि पिछले दो सालों से विद्यालय की रंगाई पोताई नहीं होने से विद्यालय बहुत ही गन्दा दिख रहा है।
श्री राजभर ने यही भी कहा है कि पिछले दो सालों मे बच्चों के खेलकूद का सामान नहीं ख़रीदा गया है। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि शौचालय बहुत ही गन्दा है। श्री राजभर ने यह भी कहा है कि वर्ष 2008 मे प्राथमिक विद्यालय चंदूकी मठिया का भवन प्रभारी रहते हुए गमन के मामले मे ओमप्रकाश तिवारी निलंबित हो चुके है। लेकिन अपने राजनैतिक रसूख के चलते बच जाते है।
जबकि ओमप्रकाश तिवारी के सेवानिवृति तिथि से तीन दिन पहले 28 मार्च 2025 को शंकर प्रसाद राजभर की शिकायत पर खंड शिक्षा अधिकारी हनुमानगंज ने पत्र जारी कर इनसे,--
चेक निर्गमन पंजिका, कैश बुक पंजिका, गार्ड फाइल, समस्त क्रय किये गये सामानों बिल वाउचर, खाद्यान्न के उठान व खर्च का कोटेदार से वितरण, मध्यान्न भोजन धनराशि का आय व्यय विवरण, विद्यालय प्रबंध समिति मे प्राप्त समस्त धनराशि का आय व्यय विवरण, कोरोना काल मे स्कूल मे अध्ययनरत बच्चों को धनराशि वितरण का विवरण, विद्यालय के सम्पूर्ण आय व्यय का विवरण।
यही पत्र है जिसके बाद ओमप्रकाश तिवारी ने खंड शिक्षा अधिकारी पर ही आरोप लगा दिया है। वही ओमप्रकाश तिवारी का प्रभार लेने वाले शिक्षक रजनीकांत ने भी 2 अप्रैल को पत्र भेजकर चेक निर्गम पंजिका, कैशबुक पंजिका स्टॉक रजिस्टर के अनुसार अनुपलब्ध होने की शिकायत की है। साथ ही शंकर प्रसाद राजभर द्वारा की गयी शिकायतों को ही सत्यापित करते हुए शिकायत किये है। श्री रजनीकांत ने यह भी शिकायत की है कि 22 फरवरी 2025 को ओमप्रकाश तिवारी द्वारा जो अदेय प्रणाम पत्र दर्शाया गया है, जिसमे कहा गया है कि ओमप्रकाश तिवारी के पास कोई भी अभिलेख, धन एवं सामग्री अवशेष नहीं है, वह फर्जी है। यह श्री तिवारी द्वारा कूट रचित करके किया गया है।
उपरोक्त आरोपों के अतिरिक्त भी कई गंभीर आरोप ओमप्रकाश तिवारी के ऊपर लगाये गये है। श्री तिवारी ने खेलकूद के सामान खरीदने के नाम पर धन तो निकाल लिये लेकिन खरीदारी न करके धन को स्वयं हड़प लिये। अब देखना है कि जांच के बाद ओमप्रकाश तिवारी द्वारा लगाया गया आरोप साबित होता है या श्री राजभर का आरोप श्री तिवारी की पेंशन को रोकने का काम करेंगी।